गोपाल जी,
मैंने डीओटी की भर्ती वर्ष1998 (रिक्रुटमेंट ईयर ) की वैकेंसी के पद पर कर्मचारी चयन आयोग की 1998-99 की परीक्षा पास कर के 2002 में कनि.हिन्दी अनुवादक के पद पर बीएसएनएल ज्वाईन किया। 2010 में टाईम बाऊंड प्रमोशन के रूप में स्केल अपग्रेडेशन के द्वारा सीनियर ट्रांसलेटर का स्केल मिला। उसके बाद 2010 में LICE (Departmental Exam) पास कर राजभाषा अधिकारी (E-1)बना। हम लोग कैडर रिस्ट्रकचरिंग की लड़ाई वर्षों से लड़ रहे थे जिसके परिणामस्वरूप 29-10-2018 को रिस्ट्रकचरिंग का आदेश पारित किया गया जिसके द्वारा हम लोगों को 29-10-2018 से प्रभावी आदेश के द्वारा E-1 के स्थान पर E-2 का स्केल दिया और पदनाम बदल कर SDE(OL) किया जो आपने मेरे द्वारा भेजे गए रिक्रुटमेंट रूल 2005 रिवाइज्ड में देखा है। जे टी ओ (ओ एल ) का पद अब तक नहीं था लेकिन वह भविष्य में निर्मित होगा और भविष्य में जे टी ओ (ओ एल )नियुक्त अधिकारी 3 वर्ष की सेवा के बाद SDE(OL) के पद पर पदोन्नत किये जाएंगे।
हम लोगों को सिर्फ नोशनल दिया गया है और वास्तविक प्रभाव आदेश के तारीख से अर्थात 29-10-2018 से दिया जाना है । इसलिए आर्थिक रूप से हम लोगों को कोई लाभ नहीं हुआ। लेकिन जो पुराने लोग बीएसएनएल में एबसॉर्ब्ड हुए है उन्हें आगे पेंशन में लाभ होगा। हम लोग ईपीएफ वाले हैं।