विदेह ३८७ म अंक ०१ फरबरी २०२४ (वर्ष १७ मास १९४ अंक ३८७) ई प्रकाशित भऽ गेल
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ऐ अंकमे अछि:-
१.१.गजेन्द्र ठाकुर- नूतन अंक सम्पादकीय
१.२.विदेह ई-लर्निङ्ग
१.३.अंक ३८६ पर टिप्पणी
२.गद्य
२.१.धनाकर ठाकुर- विषाणु: विष वा नव-जीवनक निर्माण
२.२.परमानन्द लाल कर्ण-एकादशीक उद्भव
२.३.निर्मला कर्ण- अग्निशिखा खेप ३५
२.४.लालदेव कामत-प्रगति के पथ पर/ मटाएल ज़िन्दगी/ प्रीति कारण सेतु बान्हल/ कर्पूरी ठाकुर जीकेँ भारतरत्न
२.५.रबीन्द्र नारायण मिश्र- ठेहा परक मौलाएल गाछ (धारावाहिक)
२.६.कुमार मनोज कश्यप-श्रेय
२.७.आशीष अनचिन्हार- सार्थक बतकुच्चन (पोथी परिचय)
२.८.संतोष कुमार राय 'बटोही'- संतोष कुमार राय 'बटोही' केर डायरी 'लव यू टू'
२.९.डॉ. जय नारायण गिरि- पाठकीय दृष्टिमे 'रम्या'
२.१०.आचार्य रामानंद मंडल- पोथी परिचय: डा राम चैतन्य धीरज कृत मैथिली भाषाक वैचारिक अस्मिता
३.पद्य
३.१.आचार्य रामानन्द मण्डल-पत्नी/ इतिहास हम पढ़बै/ जातीय बोध!/ दान/ बुद्ध
३.२.संतोष कुमार राय 'बटोही'-भजन
३.३.राज किशोर मिश्र-प्रायश्चित
३.४.किशन कारीगर- हिल मिल के रहै जाह
३.५.कल्पना झा- कोना कहू
३.६.आशीष अनचिन्हार- दू टा गजल