---नारायण प्रसाद
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१९ सितम्बर २००९ ६:१० AM को, narayan prasad <hin...@gmail.com> ने लिखा:
उपयोगी जानकारी. हमारी भाषाओं के बीच अंग्रेजी सेतु रहेगी तो यही होगा.
दक्षिण भारत में केवल तमिल ही नहीं, मलयालम, कन्नड और तेलुगु हैं जिनमें देवनागरी की अपेक्षा अधिक वर्ण हैं । मलयालम में सबसे अधिक वर्ण हैं । फिर भी तिरुवनन्तपुरम् को Thiruvananthapuram क्यों लिखते हैं ? तरूर को Tharoor क्यों लिखते हैं ? यह क्यों नहीं सोचते कि th से थ और ठ भी पढ़ा जा सकता है ? तेलुगु कृष्णमूर्ति भी Krishnamurthy लिखते हैं किन्तु तेलुगु में तो थ और ठ वर्ण हैं । उसी प्रकार dh से ध और ढ की भ्रान्ति होना स्वाभाविक है ।