Adhik Mas Manorath

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Neeraj Sharmaa

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Apr 15, 2010, 1:16:39 AM4/15/10
to श्रीनाथजी - पुष्टिमार्ग - नाथद्वारा Shrinathji - Pushtimarg - Nathdwara
श्रीनाथजी के मनोरथ की सूचि

अधिक वैशाख शुक्लपक्ष

तिथि वार दिनांक मनोरथ
१ गुरुवार १५-०४-२०१० अमरसी घटा में सोने का बंगला (राजभोग में)
२ शुक्रवार १६-०४-२०१० चीरहरण का मनोरथ (राजभोग में)
३ शनिवार १७-०४-२०१० रथयात्रा का मनोरथ (राजभोग में)
४ रविवार १८-०४-२०१० चँवरी का मनोरथ (राजभोग में)
५ सोमवार १९-०४-२०१० चन्दन का बंगला (राजभोग में) चन्दन का हिंडोलना (भोग
आरती में)
६ मंगलवार २०-०४-२०१० फल -फूल का बंगला (राजभोग में)
७ बुधवार २१-०४-२०१० षटऋतु का मनोरथ (भोग आरती में) प्रियाजी पधारेंगे
८ गुरुवार २२-०४-२०१० काँच का बंगला (राजभोग में) काँच का हिंडोलना (भोग
आरती में)
९ शुक्रवार २३-०४-२०१० नंद महोत्सव (राजभोग में)
१० शनिवार २४-०४-२०१० जल विहार (भोग आरती में)
१२ रविवार २५-०४-२०१० दानगढ़-मानगढ़ का मनोरथ (राजभोग में) सायं सांझी
(भोग आरती में)
१३ सोमवार २६-०४-२०१० सोने का बंगला (राजभोग में) सोने का हिंडोलना (भोग
आरती में)
१४ मंगलवार २७-०४-२०१० शरद सुहाई जामिनी भागिनी (शयन में)
१५ बुधवार २८-०४-२०१० छप्पनभोग का मनोरथ, श्रीप्रियाजी श्रीजी में
पधारेंगे
अधिक वैशाख कृष्णपक्ष

तिथि वार दिनांक मनोरथ
१ गुरुवार २९-०४-२०१० मेघश्याम घटा में मेघश्याम बंगला (राजभोग में),
मेघश्याम हिंडोलना (भोग आरती)
२ शुक्रवार ३०-०४-२०१० कुन्डवारा व कमल तलाई (भोग आरती)
३ शनिवार ०१-०५-२०१० आज कहू कुंजन में बरखासी
४ रविवार ०२-०५-२०१० ब्रज वृंदावन मध्य रच्यो हिन्डोरो
५ सोमवार ०३-०५-२०१० "फूलन की मंडली मनोहर बैठे"
६ मंगलवार ०४-०५-२०१० श्रीवृंदावन भुव कुंदादियुत
७ बुधवार ०५-०५-२०१० जेवन हरि बैठे कुंजन माह
८ गुरुवार ०६-०५-२०१० कुन्डवारा, गोपाष्टमी का मनोरथ (भोग आरती)
९ शुक्रवार ०७-०५-२०१० बन ते आवत है गोपाल
१० शनिवार ०८-०५-२०१० चल बन कुंजन बरखत मेह
११ रविवार ०९-०५-२०१० बिराजत सघन कुंज की ओट
१२ सोमवार १०-०५-२०१० देखो माई सरोवर साजे
१२ मंगलवार ११-०५-२०१० बैठे लाल फूलन की तिवारी
१३ बुधवार १२-०५-२०१० कुन्डवारा, मेवा की मंडली (राजभोग में)
१४ गुरुवार १३-०५-२०१० चाँदी का बंगला (राजभोग में)
३० शुक्रवार १४-०५-२०१० छप्पनभोग का मनोरथ, श्रीप्रियाजी श्रीजी में
पधारेंगे
आचार्य पूज्यपाद गोस्वामी तिलकायत श्री १०८ श्री राकेशजी
(श्रीइन्द्रदमनजी) महाराजश्री की आज्ञानुसार उक्त मनोरथों में परिवर्तन
भी किया जा सकेगा

श्रीनवनीतप्रियाजी के मनोरथ की सूचि

अधिक वैशाख शुक्लपक्ष

तिथि वार दिनांक मनोरथ
१ गुरुवार १५-०४-२०१० अमरसी घटा में सोने का बंगला (राजभोग में)
२ शुक्रवार १६-०४-२०१० रथयात्रा का मनोरथ (राजभोग में)
३ शनिवार १७-०४-२०१० चीरहरण का मनोरथ (राजभोग में)
४ रविवार १८-०४-२०१० चँवरी का मनोरथ (राजभोग में)
५ सोमवार १९-०४-२०१० काँच का बंगला (राजभोग में ) काँच का हिंडोलना (भोग
आरती में)
६ मंगलवार २०-०४-२०१० फल -फूल की बारह द्वारी (राजभोग में)
७ बुधवार २१-०४-२०१० षटऋतु का मनोरथ (भोग आरती में ) प्रियाजी पधारेंगे
८ गुरुवार २२-०४-२०१० चन्दन का बंगला (राजभोग में) चन्दन का हिंडोलना
(भोग आरती में)
९ शुक्रवार २३-०४-२०१० नंद महोत्सव (राजभोग में)
१० शनिवार २४-०४-२०१० जल विहार (भोग आरती में)
१२ रविवार २५-०४-२०१० दानगढ़-मानगढ़ का मनोरथ (राजभोग में) सायं सांझी
(भोग आरती में)
१३ सोमवार २६-०४-२०१० सोने का बंगला (राजभोग में) सोने का हिंडोलना (भोग
आरती में)
१४ मंगलवार २७-०४-२०१० चाँदी का बंगला (राजभोग में) शरद सुहाई जामिनी
भागिनी (शयन में)
१५ बुधवार २८-०४-२०१० छप्पनभोग का मनोरथ, श्रीप्रियाजी श्रीजी में
पधारेंगे
अधिक वैशाख कृष्णपक्ष

तिथि वार दिनांक मनोरथ
१ गुरुवार २९-०४-२०१० मेघश्याम घटा में मेघश्याम बंगला (राजभोग में),
मेघश्याम हिंडोलना (भोग आरती)
२ शुक्रवार ३०-०४-२०१० कुन्डवारा व कमल तलाई (भोग आरती)
३ शनिवार ०१-०५-२०१० आज कहू कुंजन में बरखासी
४ रविवार ०२-०५-२०१० ब्रज वृंदावन मध्य रच्यो हिन्डोरो
५ सोमवार ०३-०५-२०१० "फूलन की मंडली मनोहर बैठे"
६ मंगलवार ०४-०५-२०१० श्रीवृंदावन भुव कुंदादियुत
७ बुधवार ०५-०५-२०१० जेवन हरि बैठे कुंजन माह
८ गुरुवार ०६-०५-२०१० कुन्डवारा, गोपाष्टमी का मनोरथ (भोग आरती)
९ शुक्रवार ०७-०५-२०१० बन ते आवत है गोपाल
१० शनिवार ०८-०५-२०१० चल बन कुंजन बरखत मेह
११ रविवार ०९-०५-२०१० बिराजत सघन कुंज की ओट
१२ सोमवार १०-०५-२०१० देखो माई सरोवर साजे
१२ मंगलवार ११-०५-२०१० बैठे लाल फूलन की तिवारी
१३ बुधवार १२-०५-२०१० कुन्डवारा, व मदनमोहन बन देखत अखारो रंग (भूल
भुलैया)
१४ गुरुवार १३-०५-२०१० चाँदी की तिहरा हटड़ी (शयन में)
३० शुक्रवार १४-०५-२०१० छप्पनभोग का मनोरथ, श्रीप्रियाजी श्रीजी में
पधारेंगे
आचार्य पूज्यपाद गोस्वामी तिलकायत श्री १०८ श्री राकेशजी
(श्रीइन्द्रदमनजी) महाराजश्री की आज्ञानुसार उक्त मनोरथों में परिवर्तन
भी किया जा सकेगा

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