मैं व्याकरण की नज़र से इस पर चर्चा करने की योग्यता नहीं रखता, आप पता नहीं क्यों उस दायरे मे देख रहे हैं जबकि यहाँ उसकी आवश्यकता नहीं थी। बहरहाल, मूल विषय के सन्दर्भ में स्त्री अर्थात माँ के लिए भवती और पिता के लिए भवान् उच्चारने की मुझे सलाह दी गई। यह जो भवान् या भवती है इसे व्याकरण में क्या कहते हैं, ये व्याकरणाचार्य जानें, मैं तो इसे ही सम्बोधन कहूँगा। क्योंकि उससे किसी व्यक्ति का बोध हो रहा है। यही मेरा तात्पर्य है। व्याकरण गलत ठहराना अभीष्ठ नहीं है। जो उदाहरण मैने दिए वे भी इसी आधार पर हैं। मैने पहले भी आपको गलत नहीं कहा, अब भी नहीं कह रहा।
तुम या आप के अर्थ में अगर भवान् प्रयुक्त हो रहा है तो इसे कर्ताकारक चाहे कहा जाए। जीवन व्यवहार में यह सम्बोधन है।