जर जोरू और जमीन में जर ?

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ghughuti basuti

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Aug 3, 2012, 2:58:39 AM8/3/12
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'जर जोरू और जमीन' में यह जर क्या है?
घुघूती बासूती

Sandeep kumar

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Aug 3, 2012, 3:05:38 AM8/3/12
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घुघूती जी मेरी जानकारी के मुताबिक तो जर का मतलब शायद धन से है।

2012/8/3 ghughuti basuti <ghughut...@gmail.com>

'जर जोरू और जमीन' में यह जर क्या है?
घुघूती बासूती



--
Sandeep

संजय | sanjay

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Aug 3, 2012, 3:06:21 AM8/3/12
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सम्पत्ति 

2012/8/3 ghughuti basuti <ghughut...@gmail.com>

'जर जोरू और जमीन' में यह जर क्या है?
घुघूती बासूती



--
संजय बेंगाणी | sanjay bengani
छवि मीडिया एण्ड कॉम्यूनिकेशन
ए-507, स्मिता टावर, गुरूकुल रोड़,
मेमनगर , अहमदाबाद, गुजरात. 



Abhay Tiwari

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Aug 3, 2012, 3:23:59 AM8/3/12
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ज़र का पहला अर्थ सोना है और दूसरा मतलब धन.. फ़ारसी का शब्द है। 

2012/8/3 संजय | sanjay <sanjay...@gmail.com>

हंसराज सुज्ञ

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Aug 3, 2012, 3:26:40 AM8/3/12
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जर का अर्थ धन से ही होना चाहिए, शायद जर-जवेरात से लिया गया हो।

Mukesh Tyagi

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Aug 3, 2012, 3:47:39 AM8/3/12
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जरिया तो नहीं है?


2012/8/3 हंसराज सुज्ञ <hansra...@msn.com>



--

(¨`•.•´¨)Always           
`•.¸(¨`•.•´¨)Keep
(¨`•.•´¨)¸.•´smiling!
`•.¸.•´
A smiling face doesn’t mean there is no sorrow.
It rather means that they have the courage to deal with it.
So wear a smile always.

 Please don't print this e-mail unless you really need to. SAVE PAPER TO SAVE TREES

pramod joshi

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Aug 3, 2012, 4:02:07 AM8/3/12
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ज़र माने सोना। बनारसी साड़ी की ज़री। 

2012/8/3 Mukesh Tyagi <mukesh....@gmail.com>



--
Regards
Pramod K Joshi

Phone- 0120-4151905
Mobile- 9810895128

B-514 Gaur Ganga Apartments,
Sector-4 Vaishali
Ghaziabad-201010


समय मिले तो मेरे इन ब्लॉगों को भी पढ़ें  
जिज्ञासा http://pramathesh.blogspot.com
ज्ञानकोश http://gyaankosh.blogspot.com/

अजित वडनेरकर

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Aug 3, 2012, 4:59:59 AM8/3/12
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ज़र बेहद चमत्कारी है । इंडो-ईरानी शब्द परिवार के बुनियादी ध्वनिसंकेतों में इसका शुमार है । मूलतः अग्नि, ताप, प्रकाश, कांति, चमक आदि के लिए ज्वल् ध्वनि है जो ध्वल् में भी बदलती है और ज्वर् में भी । इससे रूप, कांति, चमक जैसी अर्थवत्ता के कई शब्द बनते हैं और चमकदार वस्तुओं का नामकरण भी होता है । और तो और अर्जेंटीना जैसे देश का नाम भी इसी कड़ी में आता है । ज्वल् से ही ज्वर । ताप भी, चमक भी और बुखार भी । ज्वाला । उज्ज्वल । उजाला । ध्वल । धवल । ज्वल । ज्वर । ज़र । ज़र्दी । ज़रखरीद यानी रुपए देकर खरीदा हुआ । रुपया यानी रौप्य ।  ज़र में निहित कांति कभी शुभ्र है तो कभी पीली । यह अग्नि के रूप दर्शाती है । ज्वल् का पीताभ गुण अण्डे की ज़र्दी में दिखाई देता है और सोने में भी । इसीलिए ज़र यानी सोना अर्थात सम्पत्ति । इस कड़ी के अनेक शब्द खोजने पर आसपास मिल जाएँगे ।
करीब पाँच साल पहले एक पोस्ट लिखी थी -अर्जुन, अर्जेंटीना और जरीना

Anil Singh

unread,
Aug 4, 2012, 8:42:41 AM8/4/12
to shabdc...@googlegroups.com
विद्वानों की जो भी राय हो, हमारे देहात में जर का सीधा मतलब जेवर से होता है। पहले जेवर (गहने या आभूषण), जमीन और जोरू को लेकर ही गांवों में अधिकांश झगड़े होते थे। अब तो जिंदगी इतनी रूखी हो गई है तो लोग किसी भी बात पर उखड़ जाते हैं।

2012/8/3 अजित वडनेरकर <wadnerk...@gmail.com>

ghughuti basuti

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Aug 6, 2012, 8:24:06 AM8/6/12
to shabdc...@googlegroups.com
आप सब मित्रों ने तो मेरे प्रश्न का बढ़िया उत्तर दे दिया दिया। आभार।

2012/8/4 Anil Singh <anil....@gmail.com>

Baljit Basi

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Aug 6, 2012, 10:23:23 PM8/6/12
to शब्द चर्चा
अंग्रेजी का yellow और हमारा 'हरा' भी इस धातु से बना है. मेरे पास बहुत
लम्बी सूची है.
बलजीत बासी

On 6 अग, 08:24, ghughuti basuti <ghughutibas...@gmail.com> wrote:
> आप सब मित्रों ने तो मेरे प्रश्न का बढ़िया उत्तर दे दिया दिया। आभार।
>

> 2012/8/4 Anil Singh <anil.ra...@gmail.com>


>
>
>
> > विद्वानों की जो भी राय हो, हमारे देहात में जर का सीधा मतलब जेवर से होता
> > है। पहले जेवर (गहने या आभूषण), जमीन और जोरू को लेकर ही गांवों में अधिकांश
> > झगड़े होते थे। अब तो जिंदगी इतनी रूखी हो गई है तो लोग किसी भी बात पर उखड़
> > जाते हैं।
>

> > 2012/8/3 अजित वडनेरकर <wadnerkar.a...@gmail.com>


>
> >> ज़र बेहद चमत्कारी है । इंडो-ईरानी शब्द परिवार के बुनियादी ध्वनिसंकेतों
> >> में इसका शुमार है । मूलतः अग्नि, ताप, प्रकाश, कांति, चमक आदि के लिए ज्वल्
> >> ध्वनि है जो ध्वल् में भी बदलती है और ज्वर् में भी । इससे रूप, कांति, चमक
> >> जैसी अर्थवत्ता के कई शब्द बनते हैं और चमकदार वस्तुओं का नामकरण भी होता है ।
> >> और तो और अर्जेंटीना जैसे देश का नाम भी इसी कड़ी में आता है । ज्वल् से ही
> >> ज्वर । ताप भी, चमक भी और बुखार भी । ज्वाला । उज्ज्वल । उजाला । ध्वल । धवल ।
> >> ज्वल । ज्वर । ज़र । ज़र्दी । ज़रखरीद यानी रुपए देकर खरीदा हुआ । रुपया यानी
> >> रौप्य ।  ज़र में निहित कांति कभी शुभ्र है तो कभी पीली । यह अग्नि के रूप
> >> दर्शाती है । ज्वल् का पीताभ गुण अण्डे की ज़र्दी में दिखाई देता है और सोने
> >> में भी । इसीलिए ज़र यानी सोना अर्थात सम्पत्ति । इस कड़ी के अनेक शब्द खोजने
> >> पर आसपास मिल जाएँगे ।

> >> करीब पाँच साल पहले एक पोस्ट लिखी थी -*अर्जुन, अर्जेंटीना और जरीना<http://shabdavali.blogspot.in/2007/07/blog-post_9377.html>
> >> *- उद्धृत पाठ छिपाएँ -
>
> उद्धृत पाठ दिखाए

अजित वडनेरकर

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Aug 7, 2012, 1:26:35 AM8/7/12
to shabdc...@googlegroups.com
बिल्कुल । यह भारोपीय भाषा की आदि शब्द सम्पदा के शब्दों में एक है ।

2012/8/7 Baljit Basi <balji...@yahoo.com>



--


अजित

http://shabdavali.blogspot.com/
औरंगाबाद/भोपाल, 07507777230


  


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