तिगरी कै होवे से?

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ई-स्वामी

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Mar 3, 2011, 4:41:39 PM3/3/11
to शब्द चर्चा समूह
मित्रों, 
श्रीराम शलाका समेत कई पौराणिक/लोक अनुप्रयोग हैं प्रश्नावली भविष्यवाचन के. रमल प्रश्नावली के दो संस्करण उपलब्ध हैं जिनमे से एक गौतम कैवली महाविद्या वाला भी रमल के ही नाम से इन्टरनेट पर मिल जाता है. 
हम घर पर इस प्रश्नावली का कौतुक देख रहे थे तभी एक पंक्ति आती है  "२१३॰ सत्य बात तुम सुन लो म्हारी, तिगरी लाग रही है थारी" 
तिगरी लगना क्या होता है? वाट लगना तो नही होता ना? :(
-ई-स्वामी 
 

Bharatbhooshan Tiwari

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Mar 3, 2011, 5:34:49 PM3/3/11
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मुझे लगता है यहाँ तिगरी=थिगरी=पैबंद है और थारी=थाली है. मतलब पैबंद के थाली जितना बड़ा लगने की बात कही गई है और 'तिगरी लगने'  जैसी कोई बात नहीं है.
वैसे यह वाइल्ड गेस है.

2011/3/3 ई-स्वामी <esw...@gmail.com>

ई-स्वामी

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Mar 3, 2011, 10:27:07 PM3/3/11
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अगर आपकी लकीर पर ही आगे बढें तो "पैबंद थाली लग रहा है" या "थाली पैबंद लग रही है" ? 
मालवी/निमाडी में म्हारी= मेरी थारी=तेरी शायद अन्य राजस्थानी डाईलेक्ट्स में भी यही होता है. तो यहां थारी=तुम्हारी भी हो सकता है. 
थिगरी का अर्थ अगर पैबंद है तो भी मैं इस पंक्ति का अर्थ समझ नही पा रहा हूं. 

2011/3/3 Bharatbhooshan Tiwari <bharatbhoo...@gmail.com>

lalit sati

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Mar 3, 2011, 10:30:34 PM3/3/11
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थारी तो तुम्हारी ही है, लेकिन तिगारी का अर्थ तीन तिगाड़ा, काम बिगाड़ा टाइप भी कुछ हो सकता है :)

2011/3/4 ई-स्वामी <esw...@gmail.com>

दिनेशराय द्विवेदी

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Mar 3, 2011, 11:05:21 PM3/3/11
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म्हारी के साथ थारी का अर्थ तेरी ही है। तिगरी का अर्थ तीन गुना होना चाहिए।

2011/3/4 lalit sati <lalit...@gmail.com>



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दिनेशराय द्विवेदी, कोटा, राजस्थान, भारत
Dineshrai Dwivedi, Kota, Rajasthan,
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अजित वडनेरकर

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Mar 4, 2011, 12:16:37 AM3/4/11
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दिनेशजी की बात सही लग रही है....

2011/3/4 दिनेशराय द्विवेदी <drdwi...@gmail.com>



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शुभकामनाओं सहित
अजित
http://shabdavali.blogspot.com/
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