लोकसभा चुनाव – 2014 और मोदी का “मिशन-272”.......... लोकसभा क्षेत्र : चंदौली (उ.प्र.) : No-76 आनंद रत्न मौर्य : कुशवाहा बाहुल्य लोकसभा सीट पर बीजेपी के लिए एक ही सीमित विकल्प,

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MahanDeshBharat

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Sep 8, 2013, 7:17:34 AM9/8/13
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लोकसभा चुनाव – 2014 और मोदी का “मिशन-272”..........
लोकसभा क्षेत्र : चंदौली (उ.प्र.) :  No-76 
आनंद रत्न मौर्य : कुशवाहा बाहुल्य लोकसभा सीट पर बीजेपी के लिए एक ही सीमित विकल्प,

करीब 14.36 लाख मतदाता वाले चदौली लोकसभा क्षेत्र में 3.09 लाख मौर्य/कुशवाहा वोटर है जो 21.5% से भी ज्यादा हैं. 1991, 1996, 1998 में तीन बार यह बीजेपी के टिकट से सांसद बन चुके है, 1999 ये दुसरे नंबर पर थे  और 2004 के लोकसभा चुनाव में 7.04 मत पड़े थे जिसमे आनंद रत्न मौर्य को 2.02956 लाख (28.81%)  और जीतने वाले सपा प्रत्यासी को 2.04625 लाख  (29.05%) मत मिले यानि आनंद रत्न मौर्य मात्र 1669 वोटो से हार गए.

पुराने भाजपाई और इंजीनियरिंग स्नातक, मृदुभाषी और बीजेपी से 3 बार चंदौली के संसद रह चुके आनंद रत्न मौर्य आज भी सभी प्रत्यासियो पर भारी पड़ रहे हैं , क्योकि राजनीतिक रूप से जागरूक बहुसंख्यक कुशवाहा समाज खुलकर इनके साथ है. 

बसपा के भावी प्रत्यासी अनिल मौर्य मिर्जापुर में पिछ्ला विधान सभा चुनाव बसपा टिकट से हार चुके हैं लेकिन यदि आनंदरत्न मौर्य बीजेपी से खड़े नही होते हैं तो 22 % कुशवाहा वोटो का फायदा इन्हें मिल सकता है.

सपा दुबारा से रामकिशुन यादव को मैदान में लाना चाह रही है जिसके लिए वह बाबूसिंह कुशवाहा के लोगो से चन्दौली में प्रचार कराने के योजना पर काम कर रहे हैं जिसके बाबू सिंह को अभी तक फंसाकर रखा गया है. 

सुनने में आ रहा है की बीजेपी पूर्व बसपाई सुशील सिंह को चंदौली से टिकट देने की आत्मघाती योजना बनाई है, वे पिछला विधान सभा चुनाब बसपा के टिकट से ही हार चुके हैं, बीजेपी में एकेक तबका है जो कुशवाहा बाहुल्य चंदौली से आनंद रत्न मौर्य को बीजेपी में ज़मने नही देना चाहते हैं.

जो भी है, आज के मोदी लहर में बीजेपी चंदौली सीट सिर्फ एक ही अवस्था में जीत पायेगी जब वह आनंद रत्न मौर्य को अपना प्रत्यासी बनाये अन्यथा बीजेपी यूपी के 80 में एक चंदौली सीट हरेगी ही.

(1)झाँसी=3,50,000, (2)अमरोहा=3,48,000, (3)मिर्जापुर=3,45,000, (4)चंदौली=3,05,000, (5)देवरिया=3,00,000, (6)सलेमपुर=2,98,000, (7)कुशीनगर=2,95,000, (8)इटावा=2,52,000, (9)एटा=2,50,000, (10)मैनपुरी=2,50,000, (11)आगरा=2,30,000, (12)फतेहपुर सीकरी=2,30,000, (13)फिरोजाबाद=2,20,000, (14)फतेहपुर=2,10,000, (15)सुल्तानपुर=2,00,000, (16)बिजनौर=2,00,000,  (17)कन्नौज=2,00,000, (१८)अकबरपुर-अम्बेदकरनगर =2,00,000 (१९)बलिया=2,00,000, (20)मुरादाबाद=1,90,000, (21)फूलपुर=1,80,000, (22)कानपुर=1,80,000, (23)सीतापुर=1,80,000, (24)वाराणसी=1,70,000,

आशा है यह पोस्ट “अमित शाह जी” तक जायेगी जिससे “मिशन-272” को सफल बनाया जा सके.
--Sanjay Kumar Maurya-UP


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(नोट : यदि आपको मेरे मेल पसंद नहीं हैं / मेल नहीं चाहिये, तो कृपया उत्तर देकर अवश्य सूचित करें) 

--संजय कुमार मौर्य, अयोध्या, फैजाबाद, उ.प्र.

(सामाजिक और प्राकृतिक अर्थशाश्त्र विश्लेषक : भारत को युवाओ के नैतिक-विकास के साथ पशुधन-कृषि-योग-आयुर्वेद-सूर्यशक्ति-जलसंरक्षण-भूसंपदा के विवेकपूर्ण  उपयोग से विश्वशक्ति बनाया जा सकता है) 

आपने स्वयं और अपने परिवार के लिए सब कुछ किया, देश के लिए भी कुछ करिये,

क्या यह देश सिर्फ उन्ही लोगो का है जो सीमाओं पर मर जाते हैं??? सोचिये...... 

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