कांग्रेस की प्रायोजित मंदी और युवाओ में निराशा : भारतीयता को ख़तम करने की दूरगामी साजिस और धोखा......मोदी पर सबकी नजर...

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MahanDeshBharat

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Sep 1, 2013, 7:58:48 AM9/1/13
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कांग्रेस की प्रायोजित मंदी और युवाओ में निराशा : भारतीयता को ख़तम करने की दूरगामी साजिस और धोखा......मोदी पर सबकी नजर...

विदेशी कंपनियों और विदेशी सरकारों के इशारे पर काम कर रही भारत की सरकार ने भारत के अपने बहुत सारे शक्ति बिन्दुओ को प्रायोजित तरीके से नष्ट कर डाला जिससे विदेशियों को वांछित फायदा पहुचाया जा सके, भारत की शक्ति को कांग्रेस ने भारत की कमजोरी साबित कर डाला है जो बहुत ही गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण है.

१ - मांग : जब भारत में माग कम नहीं हुई, लोग जमकर खरीदी कर रहे हैं और लोग जमकर टैक्स दे रहे हैं तो भारत में मंदी कैसे हो सकती है. भारत में 125 करोड़  मेहनती और जवान लोग है तू यहाँ मंदी कैसे आ सकती है.

 २ – उत्पादन : भारत में हर उपभोक्ता वस्तुओ की जब इतनी मांग है तो इसका भारत में उत्पादन भी जमकर होगा जिससे रोजगार बढ़ना ही चाहिए लेकिन बेरोजगारी का माहौल क्यों बना है, विदेशी कंपनिया अपने माल से भारत के बाज़ार को भर दे रही है तो रोजगार तो विदेश में पैदा होगा, भारत में 50 वाहन कंपनिया है लेकिन सबकी सब सिर्फ असेम्बली कर रही है, विदेशी कंपनिया भारत में हर साल 27 लाख करोड़ का व्यापार कर रही है.

३ – अनुसंधान : कांग्रेस ने अनुसंधान को एक साजिस के तहत अप्रभावी बना दिया है जिससे विदेशी कंपनिया अपने तकनीकी अग्रता का पूरा फायदा उठाये. हां, यह क्षेत्र तो ट्रांसफर ऑफ़ पॉवर अग्रीमेंट की भेट चढ़ गया और WTO और GATT समझौते अनुसंधान को सिर्फ नौटंकी बना डाला है. इसके लिए हमारे गद्दार नेता सबसे बड़े दोषी हैं.

४ – शिक्षा : भारत में लोगो को शिक्षा ऐसे दी जारही है जिससे वे सिर्फ नौकरी ही कर सके, कौशल विकास न हो सके, तकनीकी उत्पादन के लिए जो कुशल भारतीयों की फ़ौज चाहिए वह नहीं हो पा रहा है. शिक्षा को संस्कार विहीन कर दिया गया.

५ – निर्यात : भारत सिर्फ विदेशो में गोमांस के निर्यात में रूचि रखती है की जब की अध्यात्म-योग-आयुर्वेद-गौत्पाद-कृषि से सम्बंधित उत्पादों से भारत में रोजगार और विदेश में निर्यात कर सकते हैं. आयुर्वेद का विश्व में अरबो-खरबो का व्यापार हो सकता है. भारत का आयत निर्यात से 14 लाख करोड़ रुपये ज्यादा हैं तो देश का क्या होगा.

६ – आयात : कांग्रेस का जोर सिर्फ आयात पर और भारत के बाज़ार घटिया चीनी सामानों से भर चुके है  और यही आयात ही भारत को बरबाद कर रहा है, यही आयात विदेशी लोगो को पैसे कमवाने का जरिया है जो स्विस बैंक में जमा हो रहा है. आयात की वजह से भारत को हर साल करोडो लोगो का रोजगार ख़तम हो रहा है.

७ – कृषि : कांग्रेस ने कृषि को साजिस के तहत घाटे का सौदा बना दिया है और किसानो को कोई भी सुविधा नहीं है, हां, किसानो को विदेशी कंपनियों के दवा-बीज-कीटनाशक का 9लाख करोड़ का ग्राहक जरुर बना दिया है और कृषि उत्पादों को विषैला बना दिया जो कैसर का कारन बन चुका है.

८ – पशुधन : एक साजिस के तहत भारत के देशी और उपयोगी पशुओ की नस्ल को ख़तम किया जा रहा है और सरकार द्वारा  पूरा ध्यान लगाकर इसाइयों की तरह हिन्दुओ को गोमांस खिलाने की मुहीम चलाई जा रही है. विदेशो में गोमांस निर्यात किया जा रहां है, जब की गो धन से भारत दूध-घी-दही-छाछ-पनीर-गोमुत्रौत्पाद-कम्पोस्ट-गोबर गैस से समृद्ध और स्वस्थ बन जाता. भारत हर साल 2,22,000 करोड़ का गैस बना सकता है गोबर से जिसे सिलिंडरो में भरा जा सकता है.

९ – बिजली : कांग्रेस विदेशियों को पैसा कमवाने के लिए पखातानाक परमाणु बिजली घर बनाना चाहती है जब की भारत में साल भर बढ़िया सूरज प्रकाश रहता है जिससे 4 लाख मेगावाट बिजली बिना प्रदुषण के “सोलर पैनलो” से बनाया जा सकता है. सरकार चाहे तो भारत में सोलरपैनल 20-22 रुपये प्रति वाट  बाज़ार में बिकने लगे. जो कोयला भारत निर्यात कर सकता था आज 1,10,000  करोड़ का कोयला भारत आयात कर रहा है.

१० – पानी : कांग्रेस पानी को व्यापार बना दिया, जल संरक्षण और मत्स्य उत्पाद पर कांग्रेस जानबूझकर काम नहीं करती नहीं नहीं तो कांग्रेसियों के गो-मांस निर्यात व्यापार को नुक्सान होगा. पानी की झील और मछली कितनो को रोजगार और खाना से सकती है, साथ में भूजल भी ऊपर आ जायेगा, सिंचाई और पिने का पानी भी मिलेगा.

११ – टैक्स और खैरात : कांग्रेस मेहनत से कमाने वालो से खूब टैक्स वसूल रही है और आभाव निति के तहत प्रायोजित तरीके से गरीब बनाये गए लोगो को “रोजगार” न देकर उन्हे हर साल टैक्स के पैसे खैरात बाट रही है जिसमे भरी लूट मची है.

१२ – नरेगा : आज़ादी के 67 साल बाद भी लाखो करोड़ रुपये से रोजगार गारंटी योजना चल रही है सिर्फ फावड़ा चलाने का अभियान और खेती में काम करने से कतरा रहे हैं. यही पैसा किसानो को देकर सालभर ज्यादा रोजागर पैदा करने के अवसर बनाये जा सकते हैं. कौशल विकास पर काम किया जाता. नरेगा और अनाज वितरण 400000 करोड़ सालाना खर्चा होगा तो विकास कहा से होगा.

१३ – खाद्य सुरक्षा और शराब – सरकार एक तरफ कहती है की लोगो के घर में खाने के लिए अनाज नहीं है जिसके लिए 250000 करोड़ का टैक्स के पासे से घर घर अनाज दिया जायेगा 2 -3 रु किलो में दूसरी ओर हर गाव में शराब की दुकान खुलवा दिया दिया है जिससे की सब कुछ बर्बाद किया जा सके.

१४ – अध्यात्म-योग-आयुर्वेद-कृषि-गाय-संस्कृति : इसे बरबाद करने में कांग्रेस विदेशियों द्वारा सुझाये गए हर दूरगामी और तात्कालिक उपाय समाज और व्यवस्था के हर स्तर पर आक्रामक रूप से कर रही है और हिंदुत्व और भारतीयता निशाने पर है.

१५ – विज्ञापन और दुष्प्रचार : कांग्रेस ने हर मीडिया संसाधन पर कब्ज़ा कर लिया है और मीडिया को चलाने वाले सीधी सीधी दलाली पर उतर आये है सुचना अभाव का फायदा सरकार गलत और भ्रामक सूचनाओं को प्रसुद्धि पाए लोगो द्वारा टीवी और अख़बार में विज्ञापन द्वारा भारत के लोगो को भ्रमित करने के लिए लगातार किया जा रहा है. ये विज्ञापन वाले व्यक्ति वाही होते हैं जिनको पहले मीडिया द्वारा प्रसिद्द बनाया जाता है.

१६ – अभाव-नीति और भ्रष्टाचार : अभाव नीति अंग्रेजो की नीति हुआ करती थी जिसमे सबको गरीब रखकर कुछ लोगो को बढ़िया पैसा-फायदा-पद देकर उन्ही लोगो से बाकियों को नियंत्रित किया जाता था और अंग्रेज जाते समय यह अभाव नीति काले अंग्रेजो को सौप गए और इस अभाव निति को भ्रष्टाचार को एक व्यवस्था जैसा बनाने में उपयोग किया जा रहा है. हर सरकारी सेवक को “साहब” कहा जाने लगा है उसके अधिकार है लेकिन उत्तरदायित्व कुछ भी नहीं. 

“कांग्रेस मुक्त भारत” – भारत रक्षा का एक मात्र उपाय 
मोदी लाओ-देश बचाओ...


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(नोट : यदि आपको मेरे मेल पसंद नहीं हैं / मेल नहीं चाहिये, तो कृपया उत्तर देकर अवश्य सूचित करें) 

--संजय कुमार मौर्य, अयोध्या, फैजाबाद, उ.प्र.

(सामाजिक और प्राकृतिक अर्थशाश्त्र विश्लेषक : भारत को युवाओ के नैतिक-विकास के साथ पशुधन-कृषि-योग-आयुर्वेद-सूर्यशक्ति-जलसंरक्षण-भूसंपदा के विवेकपूर्ण  उपयोग से विश्वशक्ति बनाया जा सकता है) 

आपने स्वयं और अपने परिवार के लिए सब कुछ किया, देश के लिए भी कुछ करिये,

क्या यह देश सिर्फ उन्ही लोगो का है जो सीमाओं पर मर जाते हैं??? सोचिये...... 

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