*आज वह दिन है(1612/2020) जब हमने बांग्लादेशियों को बांग्लादेश दिया और तब से बांग्लादेश हमें बांग्लादेशियों को दे रहा है।*
आज वह दिन(1971) है जब हमने पाकिस्तान को युद्ध में हराया, उनके 91000/- सैनिकों को घुटने टिकवाया था और तब से पाकिस्तान हमें आतंकवादियों काश्मीर में तथा अन्य राज्यों में भेज रहा है।
इसका मतलब समझो की इनको अलग देश देने के बाद भी वह संतुष्ट नहीं है, इनको आतंक, मारकाट, लुट वगेरे इनके डी एन ए में है.
इनसे कोई भी उम्मीद रखना, विश्वास रखना हमारे लिए खतरे से खाली नहीं.
उन्ही के बचे कुछ लोग अभी भी हिंदुस्तान में पल रहे है, जिसका अनुभव हमने काश्मीर में 1990 में देखा, तब सभी हिन्दुओं को काश्मीर से मारकर,रेप करके भगाया था, जो आज भी तंबू में रहे ते है.
यह सारा इतिहास से हमें सिख लेनी चाहिए और वह है *सिर्फ और सिर्फ हिंदू राष्ट्र* है, जिसे पानेके लिए हमें हर कार्य एकजुट होकर करना चाहिए.
हर कक्षा के वोटिंग में हमें बीजेपी को भारी मत से विजय दिलाना ही चाहिए, मोदीजी के हाथ मजबूत करना चाहिए, अन्यथा काश्मीर जैसी परिस्थिति भारतके कोई भी राज्य,शहर, गांव में हो शक्ति है.
आस्तीन के सांप पूरे हिंदुस्तान में फैले और छुपे हुए है, जो संसद के हर बिल पास होने पर बिल के बाहर आ रहे है, कभी शाहीन बाग के रूप में, कभी रोहिंग्या के भैचरेके रूप में, कभी फ्रांस के विरोध में, कभी CAA,NRC,NPR के रूप में.
यह आस्तीन के सांप देशवासियों को डसने के लिए हमेशा मौका ढूंढ रहे है.
हमारा और हमारे बच्चों का भविष्य सिर्फ और सिर्फ सनातनी, हिंदू राष्ट्र में ही है।
जो जागत है वो पावत है, जो सोवत है वह खोवत है.
सनातन धर्म की जय
भारत माता की जय
वन्देमातरम.
प्रदीप नाथाणी
9820369377