एण्ड्राइड मोबाइल में हिंदी का विकास

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विजय प्रभाकर नगरकर Vijay Prabhakar Nagarkar

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May 26, 2018, 1:36:48 AM5/26/18
to राजभाषा कर्मी Rajbhasha Karmi

आज मोबाइल मार्केट में एंड्राइड मोबाइल फोन की धूम मची है। आज की नई पीढ़ी एंड्राइड मोबाइल की सहायता से शिक्षा, पर्यटन, विदेशी भाषा सीखना, ऑन लाइन बुकिंग करना जैसे अनेक कार्य आसानी से कर रहे है। यह एक ऑपरेटिंग सिस्टम है जो लिनक्स पर आधारित है। इसका विकास गूगल द्वारा किया गया है। एंड्राइड का विकास मुख्य रूप से टच स्क्रीन मोबाइल के लिए किया गया है जिसे हम आजकल स्मार्ट फोन भी कहते हैं। इसका इस्तेमाल टेबलेट कंप्यूटर में भी किया जाता है। आजकल एंड्राइड पर आधारित कार, टीवी कलाई घड़िया भी आ रही है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में सब कुछ टच आधारित है जैसे वर्चुअल की बोर्ड, स्वीपिंग, टैपिंग, पिंचिंग इत्यादि। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में गेम, कैमरा आदि सुविधाएँ भी बखूबी उपलब्ध है। इस समय जितने मोबाइल उपलब्ध उनमें सबसे अधिक यही ऑपरेटिंग सिस्टम उपलब्ध है। एण्ड्राइड मोबाइल में हिंदी का विकास तेजी से हो रहा है। अनेक एप्स उपयोगी है लेकिन इनमें विकास की गुंजाइश है। हिंदी एप्स को समय समय पर उन्नत करने की आवश्यकता है। हमने शिक्षा,आरोग्य, साहित्य जैसे अनेक शाखाओं में हिंदी में विपुल रचानाएँ की है। एण्ड्राइड मोबाइल में उपयोगी अनेक हिंदी एप्स बनाने की आवश्यकता महसुस की जा रही है। इसमें तकनीकी ज्ञान, संपादकीय कौशल और हिंदी की जानकारी रखनेवाले विद्वानों की जरुरत है। एंड्रॉयड पर चलने वाले अनुप्रयोग दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। इन्हें गूगल प्ले या अमेज़न ऍप्पस्टोर के माध्यम से, या किसी तीसरी साइट से ऐपीके (APK) फाइल डाउनलोड करके प्राप्त किया जा सकता है। एप्लीकेशन एंड्रायड सॉफ्टवेयर विकास किट (एसडीके) की मदद से जावा प्रोग्रामिंग भाषा में विकसित किये जाते हैं। एण्ड्रौइड साफ्टवेयर के पांच भाग या अवयव है जिसके आधार पर पूरा एण्ड्रायिड प्लेट फार्म कार्य करता है। ये किसी अन्य कंप्यूटर आपरेटिंग सिस्टम के अनुरूप ही कई ढीली ढाली साफ्टवेयर पर्तो या के बण्डल है जो आवश्यकतानुसार अन्य पर्तो के साथ जुड कर प्रक्रिया में भाग लेते हैं। वस्तुतः मोबाईल जैसे सीमित मेमोरी (स्मृति क्षमता) वाले उपकरणों सर्वोपयुक्त उपयोग करने के लिए इसे विकसित किया गया है। वर्तमान में ऍण्ड्रॉइड मोबाइल फोन तथा टैबलेट हेतु एक लोकप्रिय प्रचालन तन्त्र के रूप में उभर रहा है। ऍण्ड्रॉइड में अभी तक (संस्करण ४.०) हिन्दी समर्थन उपलब्ध है।

Google Indic Keyboard से आप अपने Android फ़ोन पर अपनी मातृभाषा में संदेश लिख सकते हैं, सामाजिक नेटवर्क अपडेट कर सकते हैं या ईमेल लिख सकते हैं। अभी इसमें निम्न कीबोर्ड शामिल हैं:

- अंग्रेज़ी कीबोर्ड - असमिया कीबोर्ड (অসমীয়া) - बंगाली कीबोर्ड (বাংলা) - गुजराती कीबोर्ड (ગુજરાતી) - हिंदी कीबोर्ड (हिंदी) - कन्नड़ कीबोर्ड (ಕನ್ನಡ) - मलयालम कीबोर्ड (മലയാളം) - मराठी कीबोर्ड (मराठी) - उड़िया कीबोर्ड (ଓଡ଼ିଆ) - पंजाबी कीबोर्ड (ਪੰਜਾਬੀ) - तमिल कीबोर्ड (தமிழ்) - तेलुगू कीबोर्ड (తెలుగు)

अपने फ़ोन पर, यदि आप अपनी भाषा को ऊपर उसकी मूल लिपि में पढ़ सकते हैं, तो आप अपनी भाषा इनपुट करने के लिए Google Indic Keyboard को इंस्टॉल और उपयोग कर सकते हैं; अन्यथा संभवतः आपका फ़ोन आपकी भाषा का समर्थन नहीं करता है।

Google Indic Keyboard इनपुट के विभिन्न मोड का समर्थन करता है:

- लिप्यंतरण मोड - उच्चारण को अंग्रेज़ी अक्षरों में लिखकर अपनी मातृभाषा में आउटपुट प्राप्त करें (जैसे, namaste -> नमस्ते.)

- मूल कीबोर्ड मोड - सीधे मूल लिपि में लिखें.

- हस्तलेखन मोड (अभी केवल हिंदी में उपलब्ध है) - सीधे अपने फ़ोन की स्क्रीन पर लिखें.

- हिंग्लिश मोड - यदि आप “हिंदी” को एक इनपुट भाषा के रूप में चुनते हैं, तो अंग्रेज़ी कीबोर्ड अंग्रेज़ी और हिंग्लिश दोनों तरह के शब्दों का सुझाव देगा।

इसे सक्षम कैसे किया जा सकता है और डिफ़ॉल्ट कीबोर्ड के रूप में सेट कैसे किया जा सकता है? - Android 5.x और नए वर्शन पर: सेटिंग -> भाषा और इनपुट खोलें, “कीबोर्ड और इनपुट पद्धतियां” अनुभाग में, वर्तमान कीबोर्ड -> कीबोर्ड चुनें पर जाएं -> “Google Indic Keyboard” को चेक करें -> “भाषा और इनपुट” पर वापस आएं -> वर्तमान कीबोर्ड -> “अंग्रेज़ी और भारतीय भाषाएं (Google Indic Keyboard)” चुनें। किसी इनपुट बॉक्स में लिखते समय, आप स्क्रीन में नीचे दाएं कोने में कीबोर्ड आइकन को क्लिक करके भी डिफ़ॉल्ट इनपुट पद्धति बदल सकते हैं। - Android 4.x पर: सेटिंग -> भाषा और इनपुट खोलें, “कीबोर्ड और इनपुट पद्धतियां” अनुभाग के अंतर्गत, Google Indic Keyboard को चेक करें, फिर डिफ़ॉल्ट क्लिक करें और “इनपुट पद्धति चुनें” संवाद में “Google Indic Keyboard” चुनें। किसी इनपुट बॉक्स में लिखते समय, आप नोटिफिकेशन क्षेत्र में “इनपुट पद्धति चुनें” को चुनकर भी डिफ़ॉल्ट इनपुट पद्धति बदल सकते हैं।

  एंड्राइड में अनेक उपयोगी एप्स बनाए गए हैं जो मुफ्त भी है और कई सशुल्क उपलब्ध है। गुगल प्ले में सर्च करते समय हिंदी के लिए अनेक एप्स सामने आते है। हिंदी पुस्तकों की सूचि में धार्मिक, शिक्षा, कला, साहित्य, सामान्य ज्ञान,इतिहास से लेकर अनेक विषयों का भांडार उपलब्ध है। फिल्म की श्रेणी में अनेक पुराने और नए भारतीय फिल्मों का संग्रह उपलब्ध है। समाचार की श्रेणी के अंतर्गत अनेक सुप्रसिध्द समाचार पत्र जैसे नव भारत टाइम्स, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर,दैनिक अमर उजाला आदि समाचार पत्रों की शृंखला है।
 सर्वाधिक लोकप्रिय एप्स श्रेणी में अनेक हिंदी व्याकरण, इंडिक की बोर्ड, शब्दकोश,हिंदी कैलेण्डर,लर्न हिंदी, मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ, शायरी, कविता, हिंदी चुटकुले, आयुर्वेद, सामान्य ज्ञान, धार्मिक साहित्य, बी.बी.सी. हिंदी, भविष्य आदि अनेक बहु उपयोगी एप्स का संग्रह आपके सामने हाजिर है।

Padma R

unread,
May 26, 2018, 2:27:42 AM5/26/18
to rajb...@googlegroups.com
श्री नगरकर जी आप के उपरोक्‍त संदेश बहुत  उपयोगी हें
धन्‍यवाद
सादर
आर पद्मा
बी एस एन एल बेंगलूरू

--
आपको यह संदश इसलिए मिला है क्योंकि आपने Google समूह के "राजभाषा कर्मी Rajbhasha Karmi" समूह की सदस्यता ली है.
इस समूह की सदस्यता समाप्त करने और इससे ईमेल प्राप्त करना बंद करने के लिए, rajbhasha+unsubscribe@googlegroups.com को ईमेल भेजें.
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वेब पर यह चर्चा देखने के लिए, https://groups.google.com/d/msgid/rajbhasha/ad8028d0-a67d-4ede-9527-56d62e9875d4%40googlegroups.com पर जाएं.
अधिक विकल्पों के लिए, https://groups.google.com/d/optout में जाएं.

हरिराम

unread,
May 30, 2018, 2:05:54 AM5/30/18
to rajb...@googlegroups.com
विजय नगरकर जी,

Google Indic Keyboard द्वारा भले ही काम चल जाता है, लेकिन भारतीय भाषाओं के लिए सही नहीं है। 
- इसमें मूलतः अंग्रेजी की 26 कुंजियों में ही येन-केन प्रकारेण टाइप करना पड़ता है, यह अंग्रेजी(बेसिक लेटिन) से लिप्यंतरण करके हिंदी अन्य भारतीय लिपियों में पाठ को बदलकर प्रकट करता है। 
- इस जटिल प्रक्रिया में कभी कभी अनेक त्रुटियाँ भी रह जाती हैं। 
- देवनागरी के सभी मानकीकृत वर्ण / पूर्णाक्षर इससे सही रीति टाइप करना कठिन होता है।
- एक ही वर्ण के लिए दो या अधिक कुंजियाँ भी दबानी पड़ती है, जिससे टंकण गति कम होती है।
- मूल रूप में अंग्रेजी में टंकण करने से अंग्रेजी के ही प्रयोग को बढ़ावा मिलता है, भारतीय भाषाओं का मूलतः प्रयोग तो हतोत्साहित ही होता है।

बेहतर है Indic Keyboard - by Indic Project, (स्वतंत्र मलयालम कंप्यूटिंग द्वारा विकसित) जो Google play store पर निःशुल्क डाउनलोग के लिए उपलब्ध है।
- जो भारत सरकार के तत्वावधान में विकसित किया गया है, इसमें 23 भारतीय भाषाओं के 54 प्रकार के कीबोर्ड उपलब्ध हैं।
- इसके बारे में विवरण <https://blog.smc.org.in/indic-keyboard-version-2-0-is-out/> पर देख सकते हैं।
- इसमें यदि कोई सुधार चाहें तो फीडबैक दे सकते हैं।
- सबसे अच्छा तो भारत सरकार के द्वारा मानकीकृत कीबोर्ड "इन्स्क्रिप्ट" ही है।

सादर।

हरिराम पंसारी
प्रगत भारत <http://hariraama.blogspot.in>

2018-05-26 11:06 GMT+05:30 विजय प्रभाकर नगरकर Vijay Prabhakar Nagarkar <vpnag...@gmail.com>:
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