प्रशिक्षण अनुभव रिपोर्ट
आदरणीय सभी को नमस्ते,
दिनांक 8/9/25 से 12/9/25 तक (मध्य प्रदेश) होशंगाबाद स्थित एकलव्य साइंस सेंटर में आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण का संक्षिप्त अनुभव आप सभी के साथ साझा कर रहा हूँ।
प्रशिक्षण की शुरुआत वार्मअप एक्टिविटी से हुई। इसी दौरान जयू ताई ने मैनुअल का परिचय दिया। उन्होंने STEM के महत्व पर प्रश्न पूछे – STEM क्या है? हमें STEM क्यों करना चाहिए? इन चर्चाओं से हमें समझ आया कि STEM का अर्थ है किसी चुनौतीपूर्ण कार्य को पूरा करना।
इसके बाद विनोद सर ने नेचर एक्सप्लोरेशन मैनुअल की जानकारी दी। इसमें जैवविविधता, खाद्य शृंखला (Food Web), ऊर्जा के स्रोत, उत्पादक, उपभोक्ता और अपघटक के बारे में विस्तार से बताया गया। माइंड मैपिंग गतिविधि भी कराई गई। इस मैनुअल की कुछ गतिविधियाँ मैंने पहले की थीं, इसलिए समझने में आसानी हुई। नई गतिविधियाँ जैसे – छड़ी की मदद से ऊँचाई नापना, फूलों का अध्ययन करना, संतुलित भोजन पर चर्चा – भी बहुत उपयोगी रहीं।
शाम के सत्र में निनाद सर ने STEM आधारित टीम चैलेंज दिया – ग्रैविटी पावर कार और ब्रिज मॉडल बनाना। हमारी टीम ने चार दिन में ग्रैविटी पावर कार का डिज़ाइन तैयार किया और सफलतापूर्वक पूरा किया।
आशुतोष सर ने PPT के माध्यम से एटम (Atom) के बारे में सरल भाषा में समझाया, जिससे विषय की स्पष्ट समझ बनी।
इसके साथ ही बच्चों के लिए कुछ रोचक गतिविधियाँ भी साझा की गईं जैसे – कागज़ के पंछी, अबाबील की उड़ान, हैंगिंग ग्लोब आदि। इनमें हैंगिंग ग्लोब मॉडल से बच्चों को सात महाद्वीप और पाँच महासागर की जानकारी रोचक तरीके से मिलती है।
विनोद सर ने पूर्व में की गई कुछ गतिविधियों का पुनरावलोकन भी कराया – जैसे स्तंभ की ऊँचाई नापना, बच्चों की लंबाई मापना आदि। साथ ही एक टेस्ट लिया गया जिससे पता चला कि विज्ञान के प्रति प्रतिभागियों की रुचि कितनी है।
बिजली की यात्रा मैनुअल मेरे लिए नया था। इसमें विद्युत स्रोत, विद्युत प्रभार, स्थिर विद्युत, नींबू व आलू से बिजली बनाना जैसी गतिविधियाँ बहुत मजेदार और ज्ञानवर्धक रहीं। मॉडल प्रस्तुति और प्रतियोगिता ने इसमें और भी उत्साह जोड़ा।
बिप्लब सर ने झूम मीटिंग के माध्यम से विज्ञान के महत्व और हमारी सीख पर चर्चा की।
स्नेहा मैडम ने ERP App के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी, जैसे – अटेंडेंस, रेग्युलराइजेशन और ग्रैच्युटी से जुड़े बिंदु।
प्रशिक्षण के दौरान हमें आंचलिक विज्ञान केंद्र, भोपाल की शैक्षणिक यात्रा करने का अवसर भी मिला। वहाँ सौर मंडल, ग्रह, नक्षत्र और विभिन्न विज्ञान मॉडल देखकर नई जानकारी प्राप्त हुई।
अनुभव
1. STEM में ग्रैविटी पावर कार बनाना मेरे लिए एक बड़ा चुनौतीपूर्ण अनुभव था।
2. पेड़, पत्ते, पौधे और जैवविविधता का अध्ययन कर नई-नई बातें सीखने को मिलीं।
3. कागज़ के पंछी, अबाबील की उड़ान जैसी गतिविधियाँ रोचक थीं और बच्चों को भी पसंद आएंगी।
4. बिजली उत्पन्न करने से संबंधित प्रयोग (स्थिर विद्युत, रासायनिक विद्युत, विद्युत चुम्बकत्व, आलू व नींबू से बिजली बनाना) अत्यंत ज्ञानवर्धक रहे।
इस चार दिन के प्रशिक्षण में जो कुछ नया सीखा है, उसे मैं विद्यालय, समुदाय और साइंस सेंटर में ज़रूर लागू करूँगा।
Thanx & Regards
विजय गोपाल वानखडे
बाल विज्ञान शोधिका
चिलठन साइंस सेंटर, खालापुर (महाराष्ट्र)