आदरणीय सर/मैम
नमस्ते,
STEM समरकैम्प "उड़ान" टॉपिक्स कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। मैनुअल की सभी गतिविधियाँ बच्चों के लिए रोचक, ज्ञानवर्धक और मजेदार रहीं। कार्यशाला से प्राप्त अनुभव आप सभी के साथ साझा कर रहा हुँ।
उड़ान विषय की कार्यशाला से पहले आलमचंद विज्ञान केंद्र में सभी गतिविधियों को स्वयं करके देखा गया। और उनके सभी पहलुओं पर टीम के साथ विस्तार से चर्चा की गई । साथ ही, सभी मॉडल के कार्य सिद्धांत को समझा गया। कार्ययोजना के सन्दर्भ में टीम ने पेयर में स्कूल जाने का प्लान किया। एक पेयर में मैं और राजेंद्र जी दूसरे पेयर में जितेन्द्र जी एवं विमलेश जी स्कूल गए।
स्कूल में अनुमति प्राप्त कर क्लास-7 व क्लास -8 के साथ कार्यशाला शुरू किया गया। पहली गतिविधि ”पेपर हेलीकाप्टर ” आसान रही लेकिन बच्चों का स्केल मेजरमेंट ज्ञान शुरआत में समझ नहीं आ रहा था तो सबसे पहले उन्हें मीटर, सेंटी मीटर और मिली मीटर के बारे में बताया गया। जिससे सभी गतिविधियों में सहायता मिली। और मापन इकाई की समझ बन सकी। शुरूआती चर्चा में हमनें उड़ने वाली चीजों से बच्चों का माइंड मैप किया और उनके नॉलेज को परखा तत्पश्चात गतिविधियों को शुरू किया।
'पेपर ग्लाइडर' की गतिविधि में बच्चों की समझ नहीं बन रही थी तभी हमनें एक-एक स्टेप बच्चों के साथ-साथ किया तब उनकी समझ बन पाई।
सबसे ज्यादा मजा बच्चों को न्यूमेटिक रॉकेट, बैलून पावर कार व पैराशूट में आया। थोड़ी कठिनाई पैराशूट के पॉलीथिन पर कोण बनाने में आई लेकिन पावर बैलून कार, न्यूमेटिक रॉकेट में बच्चों को अधिक नहीं बताना पड़ा। पूरी कार्यशाला में बच्चों ने अत्यधिक रुचि और उत्साह दिखाया तथा स्कूल टीचर का भी भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ।
सादर
बाल विज्ञान टीम आलमचंद