[परिकल्पना उत्सव] अबतक के कुछ महत्वपूर्ण साक्षात्कार :

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ravindra prabhat

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Dec 21, 2012, 3:37:29 AM12/21/12
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परिकल्पना उत्सव में अबतक के कुछ महत्वपूर्ण साक्षात्कार : 

Lata-Mangeskar

मैं इतनी महान नहीं हूं कि लोग मुझे पूजें : लता मंगेशकर

किसी के दिल को लुभाना हो, दुलराना हो या फ़िर दिल की या किसी भी तकलीफ़ की तफ़सील मे जाना हो लता मंगेशकर...
mahendra bhatnagar

बदल गया है हिन्दी-काविता का स्वरूप : महेन्द्र भटनागर

२६ जून १९२६ को प्रातः ६ बजे झाँसी (उ. प्र.) में, ननसार में, जन्में महेन्द्र भटनागर ने प्रारम्भिक...
अनीता कपूर के साथ डॉ प्रीत अरोड़ा

मैं अपने हिस्से के भारत को अपने साथ ले आई हूँ : डॉ अनिता कपूर

होठों पर मधुर मुस्कान , दमकता चेहरा ,सौम्य एवं सुन्दरता का प्रतीक ,माथे पर लाल बिन्दी ,धरती पर...
Subhash Neerav3 (1)

अनुवाद मेरी मौलिक सृजनात्मकता का ही एक प्रमुख हिस्सा है : सुभाष नीरव

सुभाष नीरव साहित्य की अनेक विधाओं में समान रूप से अधिकार के साथ लिखने के लिए जाने जाते हैं। स्नातक...
manishak[3] (1)

मैंने अपनी शर्तों पर जीवन जिया है : मनीषा कुलश्रेष्ठ

मनीषा अपने समय की बेहद महत्वपूर्ण कथाकार और उपन्यासकार हैं। इन दिनों इनकी रचनाएं चर्चा में...
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ग़ज़ल एक नए आयाम की ओर अग्रसर हो चुकी है : दीक्षित दनकौरी

भुवनेश्वर प्रसाद दीक्षित उर्फ़ दीक्षित दनकौरी  किसी परिचय के मोहताज़ नहीं है। आप ”ग़ज़ल...
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भारत में अब अनुवादक को सम्मानित दर्जा दिया जाने लगा है : प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी

      प्रो  .( डॉ )कृष्ण कुमार गोस्वामी अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भाषाविद हैं ।आपने अमेरिका...
Pratap sahgal--2

गंभीर सहित्य धीरे-धीरे जवान होता है : प्रताप सहगल

10 मई 1945, झंग, पश्चिम पंजाब (अब पाकिस्तान में) में जन्मे प्रताप सहगल हिन्दी के चर्चित कवि, नाटकार,...
naresh saxena

जो देश अपनी ही भाषा में काम नहीं करते वे हमेशा पिछड़े रहते हैं : नरेश सक्सेना

16 जनवरी 1939 को ग्वालियर में जन्में नरेश सक्सेना उन कुछ विरल कवियों में से एक हैं, जिन्होने बहुत...
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मेरी नायिकाएं सेक्स की तलाश में नहीं रहतीं : मैत्रेयी पुष्पा

मैं अपना टेप रिकार्डर खोलती हूं, इसमें उन सच्ची औरतों की आवाजें हैं, जो नि:शंक भाव से मानती हैं...


arun_kamal_322392351

आज के साहित्य में शोषितों यानी गरीबों की आवाज मद्धिम पड़ी है : अरुण कमल

अरुण कमल अपने हर नए कविता संग्रह में अपने पिछले संग्रहों से आगे बढ़ते हैं। अपनी केवल धार, सबूत,...
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