नरेगा संघर्ष मोर्चा ने सुप्रीम कोर्ट में नरेगा मज़दूरों के निम्नलिखित मांगों के लिए केस दायर करने का निर्णय लिया है:
● सरकार द्वारा सभी मज़दूरों को150 दिन काम अथवा बेरोजगारी भत्ता सुनिश्चित कराया जाए।
● पिछले भुगतानों का निस्तारण तथा मज़दूरों को 15 दिन के भीतर वेतन एवं मुआवज़ा सुनिश्चित किया जाए।
● आने वाले महीने में कार्य उत्पादन में 25-50% कमी की जाए।
● न्यूनतम वेतन मुल्य 375 रुपये की मांग को उठाया एवं इसे अभी तक लागू न करने का प्रशन किया जाए।
● BOCW के तहत नरेगा मज़दूरों का पंजीकरण किया जाए ताकि उन्हें सामाजिक सुरक्षा (अस्पताल एवं स्वास्थ्य खर्च) मुहैया कराई जा सके।
14 जून को केस नरेगा संघर्ष मोर्चा के नाम से दायर किया जाएगा। इस केस के लिए प्रति राज्य लगभग 50 कमज़ोर परिवारों के सर्वेक्षण की ज़रूरत है। इस सर्वेक्षण को12 जून तक खत्म करने की आवश्यकता है। प्रश्नावली दिए गए लिंक पर मौजूद है:
https://forms.gle/eh3apf95wiXn9GfBAहम इस बेहद कठिन समयरेखा के लिए खेद जताते हैं। परन्तु हम आशा करते हैं कि आपका यूनियन अगले 2-3 दिन में कमज़ोर परिवारों के बीच इंटरव्यु कर पाएगा। हम यह भी आशा करते हैं कि आपका यूनियन याचिकाकर्ता में शामिल होने की सहमति प्रदान करेगा। इसके लिए अपने यूनियन की निम्नलिखित सूचनाएँ प्रदान कीजिए:
● यूनियन का नाम
● यूनियन का पंजीकरण संख्या (यदि मौजूद है)
● सम्पर्क करने हेतु यूनियन से एक व्यक्ति का नाम
● सम्पर्क व्यक्ति का मोबाइल नंबर
● यूनियन/सम्पर्क व्यक्ति का ई-मेल
● यूनियन का पता
प्रतिक्रिया के लिए ड्राफ्ट याचिका प्रस्तुत की जाएगी। केस अथवा सर्वेक्षण की अधिक जानकारी हेतु कृपया अभय कुमार
(9845371493) , देबमाल्या (7294184845) या राज शेखर (7985946875) को सम्पर्क करें।
ज़िंदाबाद
नरेगा संघर्ष मोर्चा
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