d1LxB *Bhavishy Ke Lie: भविष्‍य के लिए [PDF/EPub] Book by Dr. Umesh Puri 'Gyaneshwar'

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Nov 16, 2021, 2:41:32 AM11/16/21
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Zd1LxB8ChT - Download and read Dr. Umesh Puri 'Gyaneshwar''s book Bhavishy Ke Lie: भविष्‍य के लिए in PDF, EPub, Mobi, Kindle online. Free book Bhavishy Ke Lie: भविष्‍य के लिए by Dr. Umesh Puri 'Gyaneshwar'.



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Synopsis: यह कहानी 'भविष्‍य के लिए' पति और पत्‍नी के आपसी संबंधों के साथ-साथ सही निर्णय लेकर सही दिशा में आगे बढ़ते हुए सुखमय जीवन जीने की है। जब आप सही निर्णय लेते हैं तो जीवन को एक दिशा मिलती है। सीता के पति के शब्‍दों में 'ममता का गला घोंटना पाप है। यह सब तो ईश्‍वरीय देन है। इसमें भला हम-तुम क्‍या कर सकते हैं। मैं तुम्‍हें एबोर्शन कराने नहीं दूंगा।' सीता क्‍या चाहती थी...? सीता किन परिस्थितियों में फंसी हुई थी...?? रीता ने उसे क्‍या सलाह दी...??? सीता का मन कैसे बदला...???? इन सब प्रश्‍नों के उत्‍तर जानने के लिए पढ़ें-सच्‍ची कहानी 'भविष्‍य के लिए'।.
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