27 सालों का संघर्ष, एकजुटता और निर्माण का सफरनामा
सभी दस्तावेज़ और फॉर्म इधर English और हिन्दी में उपलब्ध है: https://napmindia.wordpress.com/
प्रिय साथियों,
एन.ए.पी.एम की ओर से अभिवादन। जैसा कि आप अच्छी तरह से जानते हैं, जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय (एन.ए.पी.एम) 27 सालों से चल रहा एक अखिल भारतीय समन्वय-प्रक्रिया है, जिसमें जमीनी स्तर के आंदोलन, संगठन, समूह, संस्थाएं और साथ-साथ लोकतान्त्रिक अधिकार के लिए लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद और देश भर से नागरिक शामिल हैं। सब अपनी स्वायत्तता और पहचान बनाए रखते हुए, जनवादी, सतत विकास, परिवर्तनकारी सामाजिक न्याय और बुनियादी संवैधानिक मूल्यों को राजनीति और सार्वजनिक जीवन के केंद्र में लाने के लिए संघर्ष के साथ-साथ, विकल्पों पर भी काम कर रहे हैं। हर प्रकार के फ़ासीवाद, असमानता, शोषण, भेदभाव को चुनौती देते हुए, जाति, वर्ग, लिंग, नस्ल, क्षेत्र, धर्म, जातीयता, राष्ट्रीयता, भाषा एवं सूचना, संसाधनों और टेकनोलॉजी तक पहुंच के आधार पर फैल रही विषमताओं को समाप्त करने के लिए, एन.ए.पी.एम कटिबद्ध है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए समन्वय के सिद्धांत-पत्रक पढ़ें (अनुलग्नक-I)
आपका आंदोलन/संगठन और व्यक्तिगत स्तर पर भी आप में से कई साथी, वर्षों से समन्वय का सह-यात्री रहे है। 2 अक्टूबर से 10 दिसंबर, 2018 तक आयोजित अखिल भारतीय संविधान सम्मान यात्रा में आपका संगठन एक सक्रिय आयोजक / भागीदार भी रहा हैं, जिस यात्रा को देश भर के 200 से अधिक संघर्ष स्थलों से जबरदस्त प्रतिक्रिया और समर्थन मिला है। यात्रा के बाद, हमारी कई सारे गहन बैठकें हुईं: दिल्ली (११ दिसंबर, २०१८); वर्धा चिंतन बैठक (3 से 5 मार्च, २०१९); दिल्ली (१-२ अप्रैल, २०१९), मुंबई (१३ मई और १६-१७ जून, २०१९), भोपाल (१४-१५ सितंबर, २०१९) और उसके पश्चात कई राज्य स्तरीय सम्मेलन और पुरी, ओडिशा में एन.ए.पी.एम के २५ साल के १२वें द्विवार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन (23 से 25 नवंबर, २०१९) भी आयोजित हुआ।
इनमें से कई बैठकों और सम्मेलनों में, प्रमुख समकालीन सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों को उठाते हुए, हमने अपने काम की विस्तृत समीक्षा भी की, आज के संदर्भ में एन.ए.पी.एम की स्थिति पर चिंतन किया और हमें बहूत जरूरी लगा कि हमारी कई प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करें और अपने काम को ठोस रूप से कैसे आगे ले जाएं, इसकी योजना बनाएं। देश में गंभीर राजनीतिक स्थिति के चलते और एन.ए.पी.एम के समक्ष चुनौतियों के साथ-साथ संभावनाओं पर विचार करते हुए, राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर समन्वय के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने पर भी सोच बनायी।
हालांकि पिछले दो वर्षों में कोविड-लॉकडाउन ने अंतर-राज्यीय स्तर पर साथ आने की संभावनाओं को सीमित कर रखा है, इसी दौरान, सरकार का दमन और कॉर्पोरेट हमले तेज भी हुए हैं। इसके बावजूद, हम सभी ने कई तरीकों से एकजुटता व्यक्त की। सी.ए.ए - एन.आर.सी विरोधी आंदोलन, प्रवासी श्रमिक और आजीविका व स्वास्थ्य संकट पर कार्य, 1 साल का ऐतिहासिक किसान प्रतिरोध, दमनकारी कानून और लोकतंत्र की रक्षा के लिए अभियान में प्रत्यक्ष सक्रिय भागीदारी के साथ-साथ, ‘हम तो बोलेंगे’, ‘ज़मीनी आवाज़ें’ और 'युवा संवाद' जैसे ऑनलाईन पहल के माध्यम से भी हमने अपना काम ज़ारी रखा। ९ अगस्त, २०२१ से, हमने जन आज़ादी ७५: आज़ादी की राह पर नामक एक-वर्षीय अभियान की शुरुआत की है। मौजूदा चुनौतियों से जूझते हुए, स्वतंत्रता संग्राम के कई मूल्यों को याद करना, पिछले ७५ वर्षों में जन आंदोलनों की ताकत और सीख को फिर से जनता के समक्ष रखना और देश भर के लोगों और संगठनों तक पहुंचने की कोशिश, इस अभियान का उद्देश्य है।
27 साल की इस महत्वपूर्ण सफर के संदर्भ में, हमे एन.ए.पी.एम जैसे देश-व्यापी मजबूत मंच की आवश्यकता के बारे में और भी दृढ़ विश्वास हैं, जिसमें विविध प्रगतिशील विचारधाराओं के साथ, विभिन्न मुद्दों पर कार्यरत जन आंदोलनों और संगठनों की भागीदारी से, हम वर्तमान चुनौतियों का सामना कर पाए और परिवर्तनकारी, सामाजिक - पर्यावरणीय दृष्टी से, न्यायपूर्ण समाज की ओर कदम बढा पाए।। 2018 की यात्रा के दौरान और उसके बाद की बैठकों में, हमें राज्यों और कई संगठनों से एन.ए.पी.एम की सदस्यता प्रक्रिया को सक्रिय करने के लिए कई अनुरोध प्राप्त हुए। जन संगठन और सजग नागरिक हमेशा एन.ए.पी.एम की मुख्य ताकत रहे हैं। इस परिप्रेक्ष में हम आपको एन.ए.पी.एम की औपचारिक सदस्यता लेने के लिए आग्रह कर रहे हैं।
संगठनात्मक सदस्यता मानदंड और फॉर्म अनुलग्नक-II व III में उपलब्ध हैं। (लिंक नीचे हैं)
व्यक्तिगत सदस्यता मानदंड और फॉर्म अनुलग्नक-IV व V में उपलब्ध हैं। (लिंक नीचे हैं)
हम इस प्रक्रिया में आपका सक्रिय सहयोग चाहते हैं। हम यह भी अधोरेखित करना चाहते हैं कि एन.ए.पी.एम एक व्यापक समन्वय है और घटक संगठन अपनी गतिविधियों के संबंध में पूर्ण रूप से स्वतंत्र हैं। घटक संगठन किसी भी और कितने भी अन्य मंचों, अभियानों आदि का हिस्सा बनने के लिए स्वतंत्र है, जो प्रगतिशील विचारधारा के हो और विशेष रूप से संघर्षरत और हाशिए पर जीने वाले लोगों के अधिकारों को आगे बढ़ाता हो। हम आपकी ओर से इस पत्र की शीघ्र उत्तर और जल्द से सदस्यता फॉर्म जमा करने के लिए आभरी रहेंगे। (सभी आवश्यक दस्तावेज नीचे दिए गए लिंक पर भी उपलब्ध हैं) । इस अपील को अन्य संगठनों - साथियों के साथ भी कृपया साझा करे।
एकजुटता में ,
इंक़लाब ज़िन्दाबाद,
जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय (NAPM)
त्वरित पहुँच के लिए लिंक:
भाग A: सांगठनिक सदस्यता:
कोई भी सवाल या अतिरिक्त जानकारी के लिए कृपया हमें members...@gmail.com पर ई-मेल करें।