Nokia C5 मोबाईल में हिन्दी की सुविधा नहीं..

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Hariram

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Aug 31, 2010, 1:31:31 AM8/31/10
to custom...@nokia.com, technic...@googlegroups.com, sl...@mit.gov.in, vku...@mit.gov.in, as...@chakradhar.com, Kewal Krishan, dir-...@nic.in, m...@cdac.in, HindiG, HindiY, HINDI-...@yahoogroups.com, Hindi...@yahoogroups.com, hindian...@googlegroups.com, hindi-...@googlegroups.com, indi...@googlegroups.com
दुर्भाग्य से मेरा मोबाईल फोन खो हो गया। मैंने एक नया मोबाईल Nokia C5 खरीदा। किन्तु फिर भी दुर्भाग्य सामने आ गया, क्योंकि इसमें हिन्दी में Input की कोई सुविधा नहीं है। इस समूह की हिन्दी में लिखी ईमेल भी एकदम गन्दी overlap दिखती है, पढ़ा तक नहीं जा पा रहा है।
 
"Nokia Care" Customer Service Centre में मदद हेतु गया। उन्होंने कुछ कोशिश की और यह कहकर लौटा दिया कि इस सेट में यह सुविधा नहीं है। मैंने उनसे शिकायत दर्ज करके अग्रेषित करने का अनुरोध किया। लेकिन दुर्भाग्य से उन्होंने कोई शिकायत तक नहीं दर्ज की। क्या किया जाए?
 
कितने दुर्भाग्य की बात है कि नोकिया के रु.2000 से नीचे के सस्ते मोबाईल में भी हिन्दी में इनपुट की बढ़िया सुविधा होती है। किन्तु रु.8000 के नए मोबाईल में भी हिन्दी की सुविधा तक नहीं है।
 
पुनश्च, इस मोबाईल के साथ प्राप्त यूजर मैनुअल में अतिरिक्त भाषाओं में कार्य करने की सुविधा होने के बारे में स्पष्ट लिखा हुआ है। जबकि व्यावहारिक रूप से setting करने के दौरान सिर्फ "Not defined" का डायलाग बक्सा मिलता है।
 
मैंने पूरे चार घण्टे का समय बर्बाद करके Nokia के वेबसाइट से 131.8 MB की फाइल डाउनलोड करके इस मोबाइल का firmware software upgrade भी किया। फिर भी इसमें अंग्रेजी के अलावा अन्य किसी भाषा की सुविधा नहीं मिली।
 
जबकि आजकल मोबाईल एक मिनी कम्प्यूटर बन गया है। राजभाषा विभाग तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के tdil विभाग द्वारा भी द्विभाषी/बहुभाषी शब्दकोश, मन्त्र राजभाषा आदि कुछ सॉफ्टवेयर मोबाइल फोन में कार्य करने के लिए अनुकूल बनाकर भी निःशुल्क जारी किए जा रहे हैं।
 
tdil.in द्वारा मोबाईल फोन में भारतीय भाषाओं की सुविधा प्रदान करने के बारे में मानक जारी किए जा रहे हैं।
 
भारत के महामहिम राष्ट्रपति द्वारा जारी अध्यादेशों के अनुसार हरेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण द्विभाषी (हिन्दी-अंग्रेजी) ही खरीदे जाने चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य से यह आदेश केवल केन्द्रीय सरकारी कार्यालयों/उपक्रमों पर ही लागू होता है। काश कि यह भारतवर्ष के हरेक नागरिक पर लागू होता।
 
बल्कि बेहतर यह होता कि जिस इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में संविधान की 8वीं अनुसूची में मान्यताप्राप्त Indic languages की सुविधा नहीं हो उसे भारत में आयात करने या बेचने का लाईसेन्स ही नहीं दिया जाता। यदि अनुमति दी जाए तो महामहिम राष्ट्रपति की विशेष अनुमति से। तो भारतीय भाषाओं का उपयोग सही रीति हो सकता।
 
काश कि भारत सरकार के सम्बन्धित प्राधिकारी भी जापान या चीन या कोरिया जैसे राष्ट्रों की तरह सशक्त होते और भारतीय भाषाओं के प्रति न्याय करने में कुछ गम्भीरता बरतते।
 
सभी से निवेदन है कि कृपया सभी हिन्दी प्रेमी बन्धुओं को यह ईमेल प्रसारित करने का प्रयास करें ताकि लोग तबतक nokia c5 मोबाईल को न खरीदें जबतक कि वे इसमें हिन्दी युनिकोड समर्थित इनपुट आउटपुट की सम्पूर्ण सुविधा प्रदान करते हुए अपग्रेड रिलीज न करें। कृपया सभी अपने-अपने स्तर पर नोकिया प्रबन्धन के समक्ष यह शिकायत दर्ज करवाकर इसमें हिन्दी की सुविधा शीघ्र जारी करवाने का प्रयास करें।
 
सादर।
 
हरिराम
 
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