दर्द से दुखी दिल्ली के लोगों ने बिना बीमारी समझे तेज दर्दनिवारक गोली खा ली !!!
अब रिएक्शन हो गया है या ; डोज कम रह गयी है ॥
दरअसल बहुत समय से जैसे कोई व्यक्ति बीमार चल रहा हो; दर्द से बहुत परेशान, इलाज ही न मिल रहा हो; बीमारी ही समझ न आयी तो इलाज कैसे करे !
ऐसे में एक अच्छा चिकित्सक आया और उसने बीमारी सबके सामने उजागर कर दी । व्यक्ति ने इलाज के लिए मन भी बना लिया ।
जब बीमारी सबके सामने उजागर हो गयी तो ! और भी चिकित्सक अब इलाज करने को उतावले हो गए !
लेकिन वो नहीं चाहते थे बीमारी जड़ से ख़त्म हो इसलिए व्यक्ति को तेज दर्द निवारक गोली खिला कर आराम का एहसास कराने लगे ।
अब तेज दर्द निवारकों के दुष्परिणाम उस व्यक्ति भोगने होंगे !
तारीफ़ की बात ये है कि ऐसे दर्द निवारकों से ही उस व्यक्ति को वह भयंकर रोग हो गया था ।
समझ गए होंगे मैं किसकी बात कर रहा हूँ ?
जबकि उस अर्ध परिचित चिकित्सक को भी उसी जानकार चिकित्सक ने बीमार व्यक्ति से परिचित कराया था ।
व्यक्ति; भारत देश की जनता को माना जाये !
चिकित्सक; स्वामी रामदेव जी को माना जाये !
बीमारी; विदेशियों द्वारा संचालित पोषित पालित कांग्रेस को माना जाये !
इलाज; भारतियों का स्वाभिमान जगाना और अपने मूल से जोड़ना माना जाये !
तो सारी स्थिति अपने आप साफ़ हो जायेगी ।