अपराध और महगाई से परेशान अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन ने बिना पूर्व सूचना के ही 14 जुलाई 1969 की रात को ही 500/1000/5000/10000/100,000 डालर के भारी नोटों बंद करने .....

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MahanDeshBharat

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Oct 16, 2013, 1:20:02 AM10/16/13
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भारत में भी 500 और 1000 के नोट क्यों बंद कर दिए जाने चाहिये  ?????

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अपराधियों और ड्रग माफिया की वजह से अपराध और महगाई से परेशान अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन ने बिना पूर्व सूचना के ही 14 जुलाई 1969 की रात को ही 500/1000/5000/10000/100,000  डालर के भारी नोटों बंद करने की घोषणा कर दी और नागरिको को इन नोटों को ट्रेजरी में वापस करने के लिए 15 दिन का समय दे दिया और साथ ही बैंको पर कड़ी निगरानी लगा दी ....उसी रात से ही माफिया अपंग हो गए और खतम भी हो गए......क्यों ??.......क्योकि उन्होंने बड़ी नोटों को अपने पास कोठरियों में जमा कर रखा था. इसी कार्यवाही के बाद अमेरिका जो ऊपर उठा आजतक नंबर 1 रहा है और उसने अपनी सबसे बड़ी नोट 100 डालर ही रखा है.

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भारत जहा पर 80% लोगो की कमाई रोजाना 20/- से कम है, 100/500/1000 रुपये की नोटों को कोई आवश्यकता ही नहीं है . ये नोट अपराधियों और माफियाओ की ताकत बनकर उनकी कोठरियों में जमा है जहा से अपराध और महगाई को ताकत मिल रही है. भारत सरकार को 50/- रुपये से बड़े नोटों को निक्सन की तरह ही बिना पूर्व सुचना के रात में बंद करने की घोषणा कर देना चाहिए , यह देश हित में सबसे बड़ा कदम होगा.

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(नोट : यदि आपको मेरे मेल पसंद नहीं हैं / मेल नहीं चाहिये, तो कृपया उत्तर देकर अवश्य सूचित करें) 

--संजय कुमार मौर्य, अयोध्या, फैजाबाद, उ.प्र.

(सामाजिक और प्राकृतिक अर्थशाश्त्र विश्लेषक : भारत को युवाओ के नैतिक-विकास के साथ पशुधन-कृषि-योग-आयुर्वेद-सूर्यशक्ति-जलसंरक्षण-भूसंपदा के विवेकपूर्ण  उपयोग से विश्वशक्ति बनाया जा सकता है) 

आपने स्वयं और अपने परिवार के लिए सब कुछ किया, देश के लिए भी कुछ करिये,

क्या यह देश सिर्फ उन्ही लोगो का है जो सीमाओं पर मर जाते हैं??? सोचिये...... 

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Kamal Sharma

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Oct 16, 2013, 11:28:25 PM10/16/13
to hindusth...@googlegroups.com
Om Kranti ,Kranti, Kranti, Manah Kranti,Buddhi Kranti,Chitt
Kranti,Pratir Ksanah, Charitra Kranti,Arth Kranti,Janah Kranti
Kshanah,Kshanah, Idam Rashtraya Idam Na Mam. Atat Rashtrahetve
Shubh Sankalpmastu. Kps5904

On 10/15/13, MahanDeshBharat <swarnim...@gmail.com> wrote:
> *भारत** में भी** 500 **और** 1000 **के नोट क्यों बंद कर दिए जाने चाहिये**
> ?????*
>
> * [image: Inline image 1]*
>
> *अपराधियों** और ड्रग माफिया की वजह से अपराध और महगाई से परेशान अमेरिकी
> राष्ट्रपति निक्सन ने बिना पूर्व सूचना के ही** 14 **जुलाई **1969 **की रात को
> ही** 500/1000/5000/10000**/**100,000 **डालर के भारी नोटों बंद करने की
> घोषणा कर दी और नागरिको को इन नोटों को ट्रेजरी में वापस करने के लिए** 15
> **दिन
> का समय दे दिया और साथ ही बैंको पर कड़ी निगरानी लगा दी** **....उसी रात से ही
> माफिया अपंग हो गए और खतम भी हो गए**.**.....क्यों** ??.......**क्योकि
> उन्होंने बड़ी नोटों को अपने पास कोठरियों में** **जमा कर रखा था**.** इसी
> कार्यवाही के बाद अमेरिका जो ऊपर उठा आजतक नंबर** 1 **रहा है और उसने अपनी
> सबसे बड़ी नोट **100 **डालर ही रखा है**.*
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> * [image: Inline image 3]*
>
> *भारत** जहा पर** 80%** लोगो की कमाई रोजाना** 20/**- से कम है**,
> 100/500/1000 **रुपये की नोटों को कोई आवश्यकता ही नहीं है** **. ये नोट
> अपराधियों और माफियाओ की ताकत बनकर उनकी कोठरियों में जमा है जहा से अपराध और
> महगाई को ताकत मिल रही है**.** भारत** **सरकार को** 50/**- रुपये से बड़े नोटों
> को निक्सन की तरह ही बिना पूर्व सुचना के रात में बंद करने की घोषणा कर देना
> चाहिए** , **यह देश हित में सबसे बड़ा कदम होगा**.***
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> *(नोट : यदि आपको मेरे मेल पसंद नहीं हैं / मेल नहीं चाहिये, तो कृपया उत्तर
> देकर अवश्य सूचित करें) *
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> *--संजय कुमार मौर्य, अयोध्या, फैजाबाद, उ.प्र.*
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> *(सामाजिक और प्राकृतिक अर्थशाश्त्र विश्लेषक : भारत को युवाओ के नैतिक-विकास
> के साथ पशुधन-कृषि-योग-आयुर्वेद-सूर्यशक्ति-जलसंरक्षण-भूसंपदा के विवेकपूर्ण
> उपयोग से विश्वशक्ति बनाया जा सकता है) *
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> *आपने स्वयं और अपने परिवार के लिए सब कुछ किया, देश के लिए भी कुछ करिये,*
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> *क्या यह देश सिर्फ उन्ही लोगो का है जो सीमाओं पर मर जाते हैं???
> सोचिये......
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