हे हंसवाहिनी, ज्ञान दायिनी, अम्ब विमल मति दे

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Abhimanyu Giri

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May 31, 2012, 8:30:56 PM5/31/12
to Chauhanji Hindi, Hindi Prasaar Group

गुरुर्ब्रह्मा, गुरुर्विष्णु,  गुरुर्देवो  महेश्वरः ,

गुरु साक्षात्  परब्रह्म  तस्मै  श्री  गुरवे  नमः !


हे हंसवाहिनी, ज्ञान  दायिनी, अम्ब  विमल मति  दे  अम्ब  …………….

जग सिरमौर  बनाये  भारत, वोह  बल  विक्रम  दे . वोह  बल …….

साहस, शील  हृदय  में  भर  दे , जीवन  त्याग  तपोमय  कर  दे,

सहनशक्ति  स्नेह  का  भर  दे, स्वाभिमान  भर  दे, स्वाभिमान  भर  दे .……..

हे  हंसवाहिनी , ज्ञान  दायिनी , अम्ब  विमल  मति  दे  अम्ब ………….

लव, कुश, ध्रुव, प्रह्लाद  बने  हम, मानवता  का  त्रास  हरें  हम,……..

सीता, सावित्री, दुर्गा  मान  फिर  घर -घर  भर  दे, फिर  घर……..

हे  हंस  वाहिनी, ज्ञान  दायिनी, अम्ब विमल मति दे, अम्ब …….

हे हंसवाहिनी, ज्ञान  दायिनी, अम्ब  विमल मति  दे

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