[श्रीचरक] नव वर्ष...

15 views
Skip to first unread message

ड़ा.योगेन्द्र मणि कौशिक

unread,
Jan 2, 2012, 7:15:11 AM1/2/12
to hindi...@googlegroups.com
नव वर्ष की शुभकामनाओं के साथ...
आओ फिर एक बार
इस आशा के साथ जिऐं
कि शायद,
मँहगाई की मार से मिल जाये निजात
घी,तेल शक्कर बार-बार नहीं दिखाऐं दॉत.
शायद,
देश के कर्णधारों को ,आ जाऐ सदबुद्धि
किसी तरह हो जाऐ उनकी आत्म शुद्धि
भ्रष्टाचार से जन की लडाई
सत्तामद की,टूटेगी तानाशाही
रोटी की चिन्ता में जन-जन बेहाल
शायद, ढूंढ लाऐ कोई जन का जन पाल ॥

डॉ.योगेन्द्र मणि



--
Posted By ड़ा.योगेन्द्र मणि कौशिक to श्रीचरक at 1/02/2012 04:14:00 AM

Nirmohi Sisodiya

unread,
Jan 5, 2012, 3:16:04 AM1/5/12
to hindi...@googlegroups.com
डॉ योगेन्द्र जी नमस्कार बहतरीन
निर्मोही ऐसा नया साल हो
देश का हर आदमी खुशहाल हो ,
भ्रष्टाचार का नासूर जड़ से खत्म हो जाये
 कालेधन भ्रष्टाचारियों का न कोई बबाल हो?
हर आदमी हर आदमी की सोचे ,
नाकोई देश में फटेहाल हो ?


2012/1/2 ड़ा.योगेन्द्र मणि कौशिक <drymk...@gmail.com>
--
कृपया हिन्दी कविताओं को देवनागरी में टंकणित करने का प्रयास करें। यदि आप नये हैं तो http://www.hindyugm.com पर जायें। हिन्दी में लेखन आपके हिन्दी प्रेम का द्योतक है।
-------------
जयशंकर प्रसाद की संगीतबद्ध कविता 'अरुण यह मधुमय देश हमारा' - http://podcast.hindyugm.com/2009/06/music-in-chhayavaad-kavi-jaishankar.html
------------
सुमित्रा नंदन पंत की कविता 'प्रथम रश्मि' का संगीतबद्ध/सुरबद्ध रूप- http://podcast.hindyugm.com/2009/07/pant-poem-pratham-rashmi-composed-8.html
------------
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की कविता 'स्नेह निर्झर बह गया है' का संगीतबद्ध/सुरबद्ध रूप - http://podcast.hindyugm.com/2009/08/sneh-nirjhar-bah-gaya-hai-musical-poem.html
------------
महादेवी वर्मा की कविता 'जो तुम आ जाते एक बार' का संगीतबद्ध रूप - http://podcast.hindyugm.com/2009/09/jo-tum-aa-jate-composed-kavita-mahadevi.html
------------
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता 'कलम आज उनकी जय बोल' का स्वरबद्ध संस्करण - http://podcast.hindyugm.com/2009/10/kalam-aaj-unki-jai-bol-composed-poem.html

Reply all
Reply to author
Forward
0 new messages