शुभकामनाएँ...

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diwak...@gmail.com

unread,
Oct 28, 2006, 3:55:12 PM10/28/06
to हिन्दी-कविता
प्रातः की इस वेला में
प्राची में आ रहे भाष्कर से
केवल यही है विनती
कि मेरे सहचरों को रखो
हमेशा
स्वस्थ एवं सानन्द.
करते रहें अनथक वे कार्य
जब तक कि उनमें है दृढ़
विश्वास.
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