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‘हुकुम की बेगम' कहानी का सार बताना सम्भव नहीं है … कहानी खिंची हुई प्रत्यंचा की तरह कसी हुई है।
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नारायण जी, यहाँ मुख्य भाव तनाव (tension) है और रूपक (coiled or compressed spring) गौण है। हिंदी में तनाव की अभिव्यक्ति के लिए धनुष और प्रत्यंचा का रूपक स्वाभाविक है इसलिए मुझे उचित लगता है। अनुवाद में कमानी का रूपक ही प्रयुक्त हो यह मेरी समझ में आवश्यक नहीं है।
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