जी मैं ये जानता हूँ कि 'द्घ' एक संयुक्ताक्षर है और इसे कैसे लिखते हैं।
संयुक्ताक्षर द्घ के बारे में
उद्घाटन शब्द संस्कृत मूल का है और उपसर्ग 'उत्' के साथ क्रियाधातु 'घट्' से प्राप्त संज्ञा 'घाटन' के संयोग से यह शब्द बना है । संक्षेप में उद्घाटन = उत्+घाटन = उद्+घाटन । ध्यान दें कि 'घ' से आरंभ होने वाले क्रियाधातुओं के पूर्व 'उत्' उपसर्ग लगाने से जो क्रियापद तथा उनसे व्युत्पन्न अन्य शब्द प्राप्त हों उनमें 'द्घ' की उपस्थिति देखी जा सकती है, उदाहरणार्थ उद्घ (= श्रेष्ठता, प्रमुखता), उद्घन (= बढ़ई के प्रयोग का लकड़ी का एक तख्ता), उद्घट्टन (= टकराहट), उद्घर्षण (= रगड़), उद्घाट (= पुलिस/सेना की चौकी), उद्घाटक (= कुंजी, खोलने का औजार), उद्घात (= आरंभ), उद्घोष (= उच्च स्वर में कथन) ।
(अतिरिक्त टिप्पणीः संस्कृत भाषा में अनेक उपसर्ग हैं (जैसे आ, अधि, अनु, अप, अव, उत्, उप, निः, परि, प्र, प्रति, वि, सं आदि) जिनको क्रियाधातुओं के पूर्व जोड़ने से किंचित् परिवर्तित अर्थ वाली क्रियाओं का बोध होता है और उन्हीं से अन्य शब्द प्राप्त हो सकते हैं, यथा कृ = करना, अनुकृ = नकल करना, क्रिया से प्रतिक्रिया, आगमन से प्रत्यागमन, ज्ञान से विज्ञान, आदि । किस उपसर्ग से ठीक-ठीक क्या नये अर्थ मिलेंगे इसे स्पष्ट कर पाना कठिन है ऐसा मुझे लगता है । उत् उपसर्ग उठने, खुलने, आगे बढ़ने-बढ़ाने आदि के अर्थ में प्रयुक्त होता है, जैसे उत्+अय = उदय, उत्+गम = उद्गम, उत्+डयन उड्डयन = उत्+नयन = उन्नयन, आदि ।)
संयुक्ताक्षर द्घ के बारे में
Thu, 26 Feb 2009 22:57:29 +0530 को narayan prasad <hin...@gmail.com> ने
लिखा:
> आपका कहना सही है कि संगणक पर द्घ (dgha) और द्ध (ddha) में अन्तर करना
> मुश्किल
> होता है । परन्तु हिन्दी या संस्कृत में उपोद्धात (upoddhAt) और उद्धाटन
> (uddhATan) जैसे शब्द नहीं हैं । इसलिए मुझे नहीं लगता कि द्घ (dgha) और द्ध
> (ddha) को एक glyph के रूप में लिखने पर किसी को कोई परेशानी हो सकती है ।
> किसी-किसी फोंट में इन दोनों का अन्तर स्पष्ट दिखता है और किसी-किसी में
> नहीं ।
> ---नारायण प्रसाद
>
> २६ फरवरी २००९ १८:२३ को, Shastri JC Philip <shastri....@gmail.com> ने
> लिखा:
>
>> संगणक अब कई नई परेशानियां पैदा कर रहे हैं.
>>
>> उपोद्धात (Upoddhat) और उपोद्घात (Upodghat) में
>> अंतर करना मुश्किल हो रहा है. अत: मेरा सुझाव है कि
>> संगणक पर इस शब्द को: उपोद्घात लिखा जाये.
>>
>> उसी तरह उद्घाटन (Udghatan) और उद्धाटन (Uddhatan) में
>> अंतर करना मुश्किल हो रहा है अत: इसे उद्घाटन लिखना
>> बेहतर होगा.
>>
>> द् = d+^
>>
>> आप लोग क्या कहते हैं?
>>
>> सस्नेह -- शास्त्री
>>
>>
>> ----- Original Message -----
>> *From:* narayan prasad <hin...@gmail.com>
>> *To:* hi...@googlegroups.com
>> *Sent:* Thursday, February 26, 2009 6:03 PM
>> *Subject:* [Hindi] Re: द्घ
--
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