नसबंदी कैम्प में आये
एक आगन्तुक को देख
डाक्टर साहब झल्लाए
उत्सुकता से चिल्लाये
और उससे पूछने लगे
भैया जहाँ तक मुझे याद है
तुम तो पिछले वर्ष भी कैम्प में आये थे
और हमसे ही अपना नसबंदी आपरेशन करवाए थे
आगन्तुक बोला डाक्टर साहब आपने ठीक फ़रमाया
मैं तो पिछले वर्ष भी आया था
और आपसे ही आपरेशन करवाया था
बदले में प्रोत्साहन राशी १५० रुपये भी पाया था
लेकिन इस बार आप प्रोत्साहन राशी काहे बढ़ाये
१५० रुँपये से ११०० रुपये काहे करवाए
हमको ९५० रूपये का घाटा काहे दिलवाए
मैं तो अब दुवारा आपरेशन करवाऊंगा
११०० रूपये प्रोत्साहन राशी पाऊंगा
दीपक शर्मा कुल्लुवी
०९१३६२११४८६
३०-११-२०१०.
व्यंग अपनी जगह है और सच्चाई अपनी जगह ,हमारा सभी से निवेदन है की भारत
की बढ़ती जनसंख्याँ पर ध्यान दें और इसे कम करने के लिए अपना अपना सहयोग
दे