स्वामी रामसुखदास जी - ‘जिन खोजा तिन पाइया’ पुस्तकसे

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Gita Press Literature

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Jun 24, 2013, 1:14:05 PM6/24/13
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प्रेमके कारण ही भगवान्‌ जीवको निरन्तर अपनी ओर खींचते रहते हैं, उसको किसी भी अवस्था, परिस्थिति आदिमें टिकने नहीं देते ! कोई भी अवस्था, परिस्थिति नित्य नहीं रहती । जीव जिसको भी पकड़ता है, उसको भगवान्‌ छुड़ा देते हैं, यही भगवान्‌का जीवको अपनी ओर खींचना है । - स्वामी रामसुखदास जी
जिन खोजा तिन पाइयापुस्तकसे
http://www.satcharcha.blogspot.in/

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