PMOPG/E/2025/0121805
विषय : पाकिस्तान ज़िन्दाबाद का नारा
यह एक कटु सत्य है कि पाकिस्तान हमारा कट्टर शत्रु है, और इसके लिए किसी अन्य प्रमाण की आवश्यकता नहीं है। पिछले चार दशकों में पाकिस्तान ने हम पर चार बार सीधे आक्रमण किए, भारत में निरंतर दंगे भड़काने का प्रयास किया, 'गज़वा-ए-हिंद' जैसी विचारधारा को बढ़ावा दिया और कश्मीर में छद्म युद्ध तथा आतंकवादियों को भेजना जारी रखा।
अपनी आंतरिक समस्याओं से जूझने के बावजूद, पाकिस्तान ने हमारे कश्मीर के आधे क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर रखा है। इसके अलावा, भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक, ऑपरेशन सिंदूर, जल संधि को ठुकराना और व्यापार प्रतिबंध जैसे कदम भी यह पुष्टि करते हैं की किसी भी सुलह की कोई गुंजाइश नहीं है व् पाकिस्तान की शत्रुता को उजागर करते हैं। आज भी, पाकिस्तान खुलेआम परमाणु हमले की धमकी देता है। पाकिस्तानी खुद बर्बादी के कगार पर है, किन्तु अभी भी कसम खाते हैं की चाहे उन्हें घास की रोटी खानी पड़े पर वो भारत तो तबाह अवश्य करेंगे. जिस राष्ट्र का जन्म ही शत्रुता की कोख से हुआ हो उसे कभी सद्बुद्धि नहीं आयेगी.
ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या भारत में 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' जैसे नारे लगाने की स्वतंत्रता होनी चाहिए? क्या सार्वजनिक रूप से या सोशल मीडिया पर देशद्रोही तत्वों द्वारा ऐसे नारे लगाना अपराध नहीं है? यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे लोग खुलेआम देश की अखंडता को चुनौती दे रहे हैं।
मेरा दृढ़ विश्वास है कि दुनिया के किसी अन्य देश में इस हद तक प्रशासनिक ढिलाई नहीं हो सकती । मैं भारत सरकार से पुरजोर अपील करता हूँ कि 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे को तत्काल देशद्रोह का कृत्य घोषित किया जाए।