नवीन प्रकाशन: “सुनाम-सरित्: दस सहस्र संस्कृत नाम”

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Nityanand Misra

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Dec 10, 2023, 4:11:45 AM12/10/23
to भारतीयविद्वत्परिषत्
नमो वः

आपको सहर्ष सूचित किया जाता है मेरी बारहवीं पुस्तक “सुनाम-सरित्: दस सहस्र संस्कृत नाम” (ISBN 978-93-91730-65-9, वाराणसी: चौखम्भा क्लासिका, २०८० विक्रम/२०२३ ईस्वी, ८ + ३८४ पृष्ठ) प्रकाशित हो चुकी है। पुस्तक अमेज़न भारत पर क्रयार्थ उपलब्ध है: https://www.amazon.in/dp/9391730655

पुस्तक का एक निःशुल्क प्रतिदर्श इस संदेश के साथ संलग्न है और यहाँ अभिगम्य है: https://www.academia.edu/111023785/

पुस्तक का परिचय
संस्कृत नामों का सागर अथाह है। सनातन, बौद्ध और जैन वाङ्मय में लाखों संस्कृत नाम उपलब्ध हैं। सुनाम-सरित् (“अच्छे नामों की नदी”) में दस सहस्र लघु (एक, दो अथवा तीन अक्षरों वाले) संस्कृत नामों का संग्रह है। ये दस सहस्र नाम लगभग १५० संस्कृत ग्रन्थों से संगृहीत लेखक के दो लाख से अधिक संस्कृत नामों वाले निजी संग्रह से चुने गए हैं। आज जब अन्तर्जाल पर चहुँओर संस्कृत नामों पर मिथ्या जानकारी ही मिलाती है, यह पुस्तक अपने बालक अथवा व्यवसाय के लिए एक लघु संस्कृत नाम ढूँढने वाले माता-पिताओं और व्यवसायियों के लिए एक सुलभ साधन है।

लेखक का परिचय
मुम्बई के निवासी नित्यानन्द मिश्र भारतीय प्रबन्ध संस्थान बेंगलूरु से स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त हैं और वित्तीय क्षेत्र में कार्यरत हैं। वे ग्यारह पुस्तकों के लेखक और नामवित् हैं। पिछले चार वर्षों में वे माता-पिताओं और व्यवसायियों को संस्कृत नामों पर १,३०० से अधिक परामर्श दे चुके हैं। ‘Sunāma: Beautiful Sanskrit Names’ (२०२०) संस्कृत नामों पर उनकी प्रथम पुस्तक थी। प्रस्तुत पुस्तक उनकी संस्कृत नामों पर द्वितीय पुस्तक ‘Sunāma-Sarit: Ten Thousand Sanskrit Names’ (ISBN 978-93-91730-10-9) का हिन्दी संस्करण है।

पुस्तक की विशेषताएँ
(१) सनातन, जैन और बौद्ध ग्रन्थों से संकलित १०,००० संस्कृत नामों वाला नाम-कोष
(२) सभी नाम एक, दो अथवा तीन अक्षरों वाले हैं
(३) लगभग ९,००० नामों के वाच्यों का उल्लेख, शेष नामों के संक्षिप्त अर्थ अथवा विपरीतलिङ्ग नामों के सन्दर्भ
(४) पुंनामधारा और स्त्रीनामधारा नामक दो भागों में पुंलिङ्ग और स्त्रीलिङ्ग नाम
(५) पूरी पुस्तक में (पाँच-पाँच सहस्र) और प्रत्येक वर्ण से समान संख्या में पुंलिङ्ग और स्त्रीलिङ्ग नाम
(६) उन्नीस श्रेणियों के संस्कृत ग्रन्थों से लगभग २१,००० उद्धरण
(७) प्रत्येक वर्ण से प्रारम्भ होने वाले नामों की संख्या मोनियर विलियम्ज़ के १८९९ के संस्कृत-अंग्रेज़ी कोश की २८७,६०४ प्रविष्टियों के आद्यवर्ण के आवृत्ति वितरण (frequency distribution) के अनुसार
(८) नक्षत्रों के नामाक्षर और राशियों के नामाक्षर पर परिशिष्ट

पुस्तक का विवरण
शीर्षक:  सुनाम-सरित्
उपशीर्षक: दस सहस्र संस्कृत नाम
लेखक: नित्यानन्द मिश्र
प्रकाशक: चौखम्भा क्लासिका, वाराणसी
मुद्रक: श्रीजी प्रिण्टर्ज़, वाराणसी
प्रकार: सम्पूर्ण पत्रपृष्ठ (perfect paperback)
प्रकाशन तिथि: कार्त्तिक शुक्ल तृतीया, विक्रम संवत् २०८०  (१६ नवम्बर २०२३ ईस्वी)
पुस्तक का आकार: १३५mm × २१६mm
पृष्ठ संख्या: viii + ३८४
अक्षरसंयोजन: LuaLaTeX में नित्यानन्द मिश्र द्वारा अक्षर-संयोजन
आवरण रूपरेखा: सुधीर कुडुचकर, कर्णावती (अमदावाद)
भार: 482 grams
ISBN-13: 978-93-91730-65-9
ISBN-10: 93-91730-65-5
मूल्य: ₹ ६९५

कृपया पुस्तक के प्रतिदर्श सहित इस संदेश को इच्छुक पाठकों को अग्रेषित करें।

सादर

नित्यानन्द मिश्र
Sunāma-Sarit Hindi Cover (Print).pdf
Sunāma-Sarit Hindi Sample (Online).pdf
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