Din na dekhe

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Narinder Kumar

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Sep 4, 2025, 6:58:40 PM (4 days ago) Sep 4
to dhan nirankar
धन निरंकार जी🙏

दिन न देखे रात न देखे
मुरशिद चलदा जांदा है
करदा जावे दूर भुलेखे
मुरशिद चलदा जांदा है

मानवता लई जिउंदा मर्दा
सच दी राह तों कदीं हटदा
जीवन लावे जग दे लेखे
मुरशिद चलदा जांदा है

मुल्क मुल्क ते शहर शहर
सागर सागर लहर लहर
रब मिलावे होका देके
मुरशिद चलदा जांदा है

भुख न देखे प्यास न देखे
सफ़र न देखे आराम न देखे
सतसंग थॉं थॉं करदा जाके
मुरशिद चलदा जांदा है।

“मस्त”मन लइए पैग़ाम गुरु दा
मनमानी कर न तोड़िए माण गुरू दा
चंगे बुरे दे हुंदे लेखे जोखे
मुरशिद चलदा जांदा है।

ALLAH GOD WAHEGURU RAM HAI TU, HAR AATMA KA MUKAM HAI TU
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