A Poetry -"ye bhi koi bat hai"

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Raja Sahab

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Jul 4, 2011, 6:44:11 AM7/4/11
to aware...@googlegroups.com
For original source of  poetry click here :- www.2bechange.com/2011/07/sochne-ki-baat-hai.html

" ये भी कोई बात है "

सूरज सर के उपर है , और वो पूछ रहा  है 
की
दिन है या रात है
बड़े अजीब है , ये भी कोई बात है...


आज कुछ ऐसे ही सवाल हमारे देश में चारों और छाए हुए है ,
पता नहीं ये मंत्री कहाँ से  Education   पाकर आये हुए है.

राम देव जी  ने एक मुद्दा उठाया - जिसे सभी भारतीयों ने सही बताया,
रामदेव जी ने शांति पूर्वक अनशन किया , देश की जनता ने उनका पूरा साथ दिया ,
पर
 मंत्रियों जी को न जाने क्या हुआ 
आधी  रात को छोड़े आंसू गैस -और- मारी  लोगों के लात है,
सुबह देश का PM तो कुछ बोलता नहीं, एक मंत्री बोलता है ये शय और मात  है,
बड़े अजीब है - ये भी कोई बात है...



'अन्ना जी' टीम ने अच्छा सोचा - तैयार किया लोकपाल बिल ,
पर
मंत्री जी टीम कहाँ पीछे रहने वाली थी - तैयार किया जोकपाल बिल,
धोखे पर देते है धोखा , फिर भी बनते पाक साफ़ है ,
बड़े अजीब है - ये भी कोई बात है...

'वक़्त आ  गया है '
दिलवानी है बड़ी से बड़ी सजा इनको , ना करना इनको माफ़ है ,
उतार देंगे इनके मुखोटे , अब करना संसद को साफ़ है,
हाँ  - ये तो कोई बात है.....

(written by Raja Sahab)
www.2bechange.com




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