पंचायत मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने विभिन्न ग्रामों का भ्रमण कर फसल क्षति का जायजा लिया

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Mar 4, 2007, 10:39:25 PM3/4/07
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पंचायत मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने विभिन्न ग्रामों का भ्रमण कर फसल क्षति का जायजा लिया

 

मुरैना 3 मार्च07- पंचायत, ग्रामीण विकास पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने आज मुरैना जनपद के ओलावृष्टि से प्रभावित विभिन्न ग्रामों का भ्रमण कर फसल क्षति का जायजा लिया । उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में सरकार पीड़ित कृषकों के साथ है और उन्हें उनके नुकसान के एवज में अधिकाधिक सहायता राशि जल्द ही मुहैया कराई जायेगी । भ्रमण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सभाजीत यादव, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री विजय अग्रवाल, तहसीलदार श्री बी.पी. श्रीवास्तव साथ थे ।

              पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने ग्राम लालौर,इमलिया, गंजरामपुर, जींगनी, ग्रामों में पहुंचकर फसल क्षति का जायजा लिया। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रत्येक छोटे-बड़े किसान के खेत पर जाकर ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति का सर्वे कर पीड़ित कृषकों को शासन की मंशा के अनुरूप अधिकाधिक मुआवजा राशि का वितरण यथा शीघ्र किया जाये । उन्होंने कहा कि किसानों को हुए नुकसान की भरपाई तो नहीं की जा सकती, लेकिन प्रत्येक किसान को उनकी फसल के नुकसान का अधिक से अधिक मुआवजा जरूर दिलाया जायेगा । उन्होंने किसानों को धैर्य बंधाया और कहा कि सरकार इस दु:ख में उनके साथ है । उन्होने कहा कि यह पहली बार है जब किसानों को बड़ी हुई दर पर राहत राशि मिल रही है । पहले इस तरह का नुकसान होने पर किसान को जो सहायता दी जाती थी वह ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर थी । एक बीघा खेत की तैयारी, बोनी और फसल की देखरेख सिंचाई आदि में लगभग तीन चार हजार रूपये का खर्च आता है, जब कि किसान को इसके एवज में मात्र 100-50 रूपये की राहत ही मिल पाती थी । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के दर्द को समझा और उन्होंने राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों में संशोधन कराया । अब किसान को पहले की तुलना में बहुत अधिक राहत मिलने लगी है ।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसानों को उनकी फसल क्षति की राहत के अलावा बीमित कृषकों को फसल बीमा का लाभ दिलाना भी सुनिश्चित किया जाये ।

              ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने बताया कि राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के अनुसार अब दो हैक्टर तक के छोटे किसानों को 50 प्रतिशत से अधिक फसल हानि पर वर्षा आधारित फसल के लिए तीन हजार रूपये, सिंचित फसल और 6 माह से कम अवधि की फसल के लिए साढ़े सात हजार रूपये और 6 माह से अधिक अवधि की फसल के किए दस हजार रूपये प्रति हेक्टर के मान से सहायता दी जाती है । पंचायत मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने दो हैक्टर से अधिक भूमि वाले खातों में प्रत्येक खातादार कृषक के खाते में आने वाली भूमि के हिसाव से नुकसान का आंकलन करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिये ।

              ज्ञात हो कि गत 28 फरवरी और 1 मार्च को हुई तेज वर्षा और ओलावृष्टि के कारण मुरैना जनपद के लगभग 43 ग्रामों की फसल को क्षति का अनुमान है । पंचायत मंत्री ने आज राजस्व और ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को साथ लगभग एक दर्जन प्रभावित ग्रामों का भ्रमण कर किसानों को हुई क्षति का जायजा लिया ।

दु:ख में स्वागत ठीक नहीं

              पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह आज जब ओला प्रभावित ग्राम इमलिया पहुंचे तो वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण जन पुष्पहार से उनका स्वागत करने के लिए उमड़ पडे । श्री रूस्तम सिंह ने इस स्वागत को अस्वीकार करते हुए कहा कि आपदा और दु:ख की घड़ी में स्वागत की औपचारिकता कोई मायने नहीं रखती है । उन्होंने कहा कि वे किसानों की पीड़ा में शामिल होने आये है और दुख में स्वागत नास्ता आदि की औपचारिकताएं ठीक नहीं है । कभी किसी खुशी के माहौल में आने पर ग्रामीणों का हर स्वागत शिरोधार्य होगा ।

 

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