मदद कीजिये 1

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Shastri JC Philip

unread,
Aug 4, 2007, 2:16:59 AM8/4/07
to panini...@googlegroups.com
पाणिनि के प्रिय मित्रों,
 
हिन्दी चिट्ठों की संख्या इतनी तेजी से बढ रही है कि
किसी भी चिट्ठे की जानकारी एग्रीगेटरों पर अधिक समय
तक नहीं रह पाती. इसका परिणाम है हर चिट्ठे पर
संभावित पाठकों से कम पाठकों का आगमन.
 
यदि आप का लेख उतने लोगों की नजर में नहीं आता
है जितना कि आना चाहिये, तो आपके लिखने का पूरा
फायदा नहीं होता है. यदि पाठक कम हुए या हुए ही नहीं तो
चिट्ठा लिखने का कया फायदा है. इससे आसान तो घर
रखी डायरी में यह सब कुछ लिख देना है.
 
इस समस्या के कई हल सुझाये गये हैं जिन में से एक
है कि जागरूक चिट्ठाकार उपयोगी एवं कालजयी लेखों
को चुन कर दूसरों के समक्ष रखें.
 
पाणिनि इस दिशा में एक ठोस प्रयास करने जा रहा
है, एवं पाणिनी परिवार से मैं मदद चाहता हूं. हम सब
मिल कर बहुत कुछ कर सकते हैं दोस्तों. मदद यह है:
 
हिन्दी में वैज्ञानिक लेखन की बहुत कमी है. अत: सबसे
पहले हम वैज्ञानिक लेखों की एक सूची तय्यार करना
चाहते है. अत: कृपया हिन्दी चिट्ठों से (जालस्थलों से
नहीं), जितने भी वैज्ञानिक लेख आप को मिल जाते
हैं उन लेखों के URL एवं शीर्षक हम को भेज दीजिये. हम
सूची बना कर पोस्ट कर देंगे. आपके अपने लेख हों तो उन
को जोडना न भूलें.
 
पत्र के अंत में अपने किसी एक चिट्ठे का नाम एवं
जालपता भी दीजिये जो इस सूची के अंत में जोडा
जायगा. आपका पूरा नाम भी भेजिये जिससे वह भी सहयोगी
के नाम से जोडा जा सके.
 
पत्र आप इस ईसमूह के नाम न भेजें बल्कि
 
 
पर भेजें. आपके मदद की प्रतीक्षा में
 

विनीत
शास्त्री जे सी फिलिप
 
हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है
http://www.Sarathi.info
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