पाणिनी हिन्दी ईग्रूप के मित्रों!!
आप सब हिन्दी की सेवा के लिये इस समूह से
जुडे हैं.
इस समूह के समक्ष गूगल "नॉल" नामक एक नई
सुविधा
उपलब्ध हो गई है, जिसकी सहायता से हम सब
त्वरित
गति से हिन्दी की सेवा कर सकते
हैं.
इसे नजर रखते हुए "पाणिनी" का नया नाम
होगा
"हिन्दी नॉल लेखक संघ".
मार्च दो से मैं नियमित रूप से आप सब को
सूचना देने
लगूंगा कि नॉल-लेखन द्वारा हम कैसे हिन्दी
की सेवा
कर सकते है.
सस्नेह -- शास्त्री
हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो
सकती है!!