पाकयज्ञ पु.
पके हुए अथवा उबाले हुए (चावल के) दानों की आहुति देते हुए अनुष्ठित होने वाला यज्ञ, का.श्रौ.सू. 6.1०.26 (आस्रवहोमः, हुत्वा शेषप्राशनम्); मो.वि. कुछ आचार्यों के मतानुसार, एक पाकयुक्त (एवं कुछ के मतानुसार एक साधारण अथवा गृह्य) यज्ञ, गोंड, ‘गृह्य यज्ञ’, The Ritual Sutras, इण्डेक्स, पृ. 662; इसका अनुष्ठान गृह्य दर्शपूर्णमास की तरह किया जाता है, कौशि.सू. 6.3०।