--
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On 22 जून, 20:14, Anunad Singh <anu...@gmail.com> wrote:
> सबको बधाई !
>
> आइये इस समूह को और जीवंत बनायें। खूब प्रश्न करें। जितना जानते हैं उतना उत्तर
> अवश्य दें। पूछे, बताएँ। सोछें कि हम हिन्दी के लिये कौन सा काम कर सकते हैं।
> हिन्दी के उपकरण (प्रोग्राम/सॉफ्टवेयर) खोजें। अच्छे उपकरण सुझाएँ। यदि आपको
> किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता है तो अपनी आवश्यकता से इस समूह को अवश्य अवगत
> कराएं।
>
> आइये हम सब मिलकर प्रयत्न करें कि हिन्दी में औजारों की कमी न हो , सामग्री
> (कन्टेन्ट) की कमी न रह जाय।
>
> -- अनुनाद सिंह
>
> ====================================
> २२ जून २०१० ८:३५ PM को, रावेंद्रकुमार रवि <raavendra.r...@gmail.com> ने
<< आप इस समूह के उद्देश्य में "भाषा संसाधन" को क्यों नहीं जोड़ देते? >>
आपका सुझाव मेरी समझ में नहीं आया । इस समूह के उद्देश्य में "भाषा संसाधन" (language resources) जोड़ने
से आपका क्या तात्पर्य है ?
---नारायण प्रसाद
--
शुभकामनाओं के साथ -
आपका -
रावेंद्रकुमार रवि (संपादक : सरस पायस)
"स्थाई" या "स्थायी" में से
कौन सा शब्द उपयुक्त और शुद्ध होगा?
--
डॉ॰ भोलानाथ तिवारी के अनुसार ["हिन्दी वर्तनी की समस्याएँ" (1983:81)]:
---नारायण प्रसाद
On 24 जून, 22:30, narayan prasad <hin...@gmail.com> wrote:
> << आप इस समूह के उद्देश्य में "भाषा संसाधन" को क्यों नहीं जोड़ देते? >>
>
> आपका सुझाव मेरी समझ में नहीं आया । इस समूह के उद्देश्य में "भाषा संसाधन"
> (language resources) जोड़ने
> से आपका क्या तात्पर्य है ?
>
> ---नारायण प्रसाद
>
> 2010/6/24 सुमितकुमार ओम कटारिया <kataria...@gmail.com>
> सुमितकुमार ओम कटारिया जी कहते हैं -
> भाषा संसाधन से मेरा मतलब "लैंग्वेज प्रोसेसिंग" था।
ये तो उस वाक्यांश का उनका अभिप्राय हुआ।
परंतु यह अनुवाद सटीक नहीं बैठ रहा है।
संसाधन resource होता है और इसको Human Resources आदि मानव संसाधनों जैसे शब्दों
में व्यापक रूप से प्रयोग किया जा रहा है।
Processing प्रक्रियाकरण या प्रसंस्करण होता है। जैसे Deta processing.
भाषा तो लैंग्वेज हुई परंतु संसाधन से उनका मतलब प्रोसेसिंग कैसे हुआ?
--
रावत
"स्थाई" या "स्थायी" में सेकौन सा शब्द उपयुक्त और शुद्ध होगा?
--
डॉ. रूपचंद्र शास्त्री "मयंक"
टनकपुर रोड, खटीमा,
ऊधमसिंहनगर, उत्तराखंड, भारत - 262308.
फोनः05943-250207, 09368499921, 09997996437
http://uchcharan.blogspot.com/
--
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कृपया मानक हिंदी वर्तनी के निम्नलिखित नियम देखें :
"2.13 श्रुतिमूलक 'य', 'व'
2.13.1 जहाँ श्रुतिमूलक य, व का प्रयोग विकल्प से होता है वहाँ न किया
जाए, अर्थात् किए : किये, नई : नयी, हुआ : हुवा आदि में से पहले
(स्वरात्मक) रूपों का प्रयोग किया जाए। यह नियम क्रिया, विशेषण, अव्यय
आदि सभी रूपों और स्थितियों में लागू माना जाए। जैसे :– दिखाए गए, राम
के
लिए, पुस्तक लिए हुए, नई दिल्ली आदि।
2.13.2 जहाँ 'य' श्रुतिमूलक व्याकरणिक परिवर्तन न होकर शब्द का ही मूल
तत्व हो वहाँ वैकल्पिक श्रुतिमूलक स्वरात्मक परिवर्तन करने की आवश्यकता
नहीं है। जैसे :– स्थायी, अव्ययीभाव, दायित्व आदि (अर्थात् यहाँ स्थाई,
अव्यईभाव, दाइत्व नहीं लिखा जाएगा)।"
लिंक : http://tinyurl.com/2epfqvn
उपर्युक्त नियमों में 'किए : किये', 'नई : नयी' आदि शब्दों और 'स्थायी'
शब्द का उल्लेख भिन्न व्याकरणिक संदर्भों में हुआ है।
सादर,
सुयश
9811711884
ब्लॉग : http://anuvaadkiduniya.blogspot.com
On Jun 27, 4:32 pm, ePandit | ई-पण्डित <sharma.shr...@gmail.com>
wrote:
> २५ जून २०१० ६:१७ AM को, डॉ. रूपचंद्र शास्त्री "मयंक" <
> roopchandrashas...@gmail.com> ने लिखा:
>
>
>
> > *"स्थाई"* या "स्थायी" में से
>
> >> कौन सा शब्द उपयुक्त और शुद्ध होगा?
>
> 'स्थायी' शुद्ध देवनागरी वर्तनी है। 'स्थाई' आधुनिक हिन्दी की वर्तनी है।
> व्याकरण की दृष्टि से दोनों ठीक हैं। शुद्धतावादी 'स्थायी' को ज्यादा पसन्द
> करेंगे जबकि मानकीकरणवादी 'स्थाई' को।
>
> यह बात इस तरह के सभी शब्दों पर लागू होती है जैसे गयी/गई, आये/आए आदि।
>
>
>
>
>
>
>
> > --
> > डॉ. रूपचंद्र शास्त्री "मयंक"
> > टनकपुर रोड, खटीमा,
> > ऊधमसिंहनगर, उत्तराखंड, भारत - 262308.
> > फोनः05943-250207, 09368499921, 09997996437
> >http://uchcharan.blogspot.com/
>
> > --
> > आपको यह संदेश इसलिए प्राप्त हुआ क्योंकि आपने Google समूह "Scientific and
> > Technical Hindi (वैज्ञानिक तथा तकनीकी हिन्दी)" समूह की सदस्यता ली है.
> > इस समूह में पोस्ट करने के लिए, technic...@googlegroups.com को ईमेल
> > भेजें.
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> > और विकल्पों के लिए,http://groups.google.com/group/technical-hindi?hl=hiपर इस समूह पर जाएं.
'स्थायी' शुद्ध देवनागरी वर्तनी है। 'स्थाई' आधुनिक हिन्दी की वर्तनी है। व्याकरण की दृष्टि से दोनों ठीक हैं। शुद्धतावादी 'स्थायी' को ज्यादा पसन्द करेंगे जबकि मानकीकरणवादी 'स्थाई' को।
यह बात इस तरह के सभी शब्दों पर लागू होती है जैसे गयी/गई, आये/आए आदि।
जिन शब्दों की शब्द-रचना में 'य' है उनमें ‘यी’ के स्थान पर ‘ई’ का प्रयोग नहीं हो सकता ।
डॉ॰ भोलानाथ तिवारी के अनुसार ["हिन्दी वर्तनी की समस्याएँ" (1983:81)]:
जिन शब्दों की शब्द-रचना में 'य' है उनमें ‘यी’ के स्थान पर ‘ई’ का प्रयोग नहीं हो सकता । उदाहरणार्थ न्यायी, अन्यायी, आततायी, अनुयायी, उत्तरदायी, फलदायी, वरदायी, विषपायी, विषयी जैसे शब्दों में ‘यी’ ही रहेगा, उसके स्थान पर ‘ई’ का प्रयोग नहीं किया जा सकता ।
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