"थरूर" नहीं, "तरूर"

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narayan prasad

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Sep 18, 2009, 8:40:20 PM9/18/09
to Scientific and Technical Hindi (वैज्ञानिक तथा तकनीकी हिन्दी)
आजकल विदेश राज्यमंत्री "शशि तरूर" (मलयालम में "ശശി തരൂര്‍") के बारे में जोरदार बहस जारी है । परन्तु हिन्दी के अधिकतर अखबार वगैरह में "तरूर" के स्थान पर "थरूर" लिखा जा रहा है । उदाहरण के लिए -

फिलहाल थरूर के खिलाफ कार्रवाई नहीं ...‎
 
शशि थरूर ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी ...

शशि थरूर ने इकोनॉमी क्लास को कहा ...

ट्विटर पर टिप्पणी कर फंसे थरूर -

थरूर के बयान से बिफरी कांग्रेस
 
इसका कारण यह हो सकता है कि यह अंग्रेजी में लिखे Tharoor को सीधे लिप्यन्तरण करके रख दिया गया है ।
परन्तु तरूर शब्द ही सही है । देखें -
http://ml.wikipedia.org/wiki/ശശി_തരൂര്‍
http://keralafarmeronline.com/best-wishes-to-dr-tharoor/lang/hi

---नारायण प्रसाद


 

Anunad Singh

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Sep 19, 2009, 12:48:48 AM9/19/09
to technic...@googlegroups.com
नारायण जी,
आपने बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दी है।

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१९ सितम्बर २००९ ६:१० AM को, narayan prasad <hin...@gmail.com> ने लिखा:

narayan prasad

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Sep 19, 2009, 1:22:03 AM9/19/09
to technic...@googlegroups.com
दक्षिण भारत में किसी व्यक्तिवाचक संज्ञा (proper noun) में आए "त" और "द" अक्षर को अंग्रेजी में लिप्यन्तरण के लिए साधारणतः "th" और "dh" का प्रयोग करते हैं, जबकि "t" और "d" को क्रमशः "ट" और "ड" के लिए ।

उदाहरण के लिए -

तिरुवनन्तपुरम् - Thiruvanathapuram

तिरुपति - Thirupathi

स्वाती - Swathi

कृष्णमूर्ति - Krishnamurthy

विद्या - Vidhya
 
उत्तर भारत में आदरार्थ जो "श्री" शब्द का प्रयोग किया जाता है, उसके लिए दक्षिण भारत में "तिरु" शब्द का प्रयोग होता है।

तिरुपति = श्रीपति ।

श्री = लक्ष्मी

 
--- नारायण प्रसाद
१९ सितम्बर २००९ १०:१८ AM को, Anunad Singh <anu...@gmail.com> ने लिखा:

Hariram

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Sep 19, 2009, 4:45:40 AM9/19/09
to technic...@googlegroups.com
इसका मुख्य कारण है कि तमिल में निम्नलिखित व्यंजन नहीं होते
 
ख ग घ
छ ज झ
ठ ड ढ
थ द ध
 
शायद इसीलिए वे
 
त=th लिखते हैं, क्योंकि उनके यहाँ 'थ' नहीं होता।
 
द=dh लिखते हैं, क्योंकि उनकी लिपि में 'ध' नहीं होता।
 
-- हरिराम

2009/9/19 narayan prasad <hin...@gmail.com>

संजय बेंगाणी

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Sep 19, 2009, 7:06:43 AM9/19/09
to Scientific and Technical Hindi (वैज्ञानिक तथा तकनीकी हिन्दी)
कहते हैं संस्कृत के विरोध तथा शुद्धिकरण के चक्कर में लिपि से कुछ
अक्षरों को निकाल बाहर किया गया था. परिणामतः तरूर हो गए थरूर. नाम
प्रसिद्ध न होता तो जय ललिता भी जय ललिथा होती :)

उपयोगी जानकारी. हमारी भाषाओं के बीच अंग्रेजी सेतु रहेगी तो यही होगा.

narayan prasad

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Sep 19, 2009, 7:27:26 AM9/19/09
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दक्षिण भारत में केवल तमिल ही नहीं, मलयालम, कन्नड और तेलुगु हैं जिनमें देवनागरी की अपेक्षा अधिक वर्ण हैं । मलयालम में सबसे अधिक वर्ण हैं । फिर भी तिरुवनन्तपुरम् को Thiruvananthapuram क्यों लिखते हैं ?  तरूर को Tharoor क्यों लिखते हैं ? यह क्यों नहीं सोचते कि th से थ और ठ भी पढ़ा जा सकता है ?  तेलुगु कृष्णमूर्ति भी Krishnamurthy लिखते हैं किन्तु तेलुगु में तो थ और ठ वर्ण हैं । उसी प्रकार dh से ध और ढ की भ्रान्ति होना स्वाभाविक है ।

 ---नारायण प्रसाद

१९ सितम्बर २००९ २:१५ PM को, Hariram <hari...@gmail.com> ने लिखा:

Hariram

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Sep 20, 2009, 11:10:55 AM9/20/09
to technic...@googlegroups.com
इसका कारण शायद यही है सभी शेष तीनों दक्षिण भारतीय भाषाओं पर तमिल हावी है।
 
-- हरिराम

2009/9/19 narayan prasad <hin...@gmail.com>
दक्षिण भारत में केवल तमिल ही नहीं, मलयालम, कन्नड और तेलुगु हैं जिनमें देवनागरी की अपेक्षा अधिक वर्ण हैं । मलयालम में सबसे अधिक वर्ण हैं । फिर भी तिरुवनन्तपुरम् को Thiruvananthapuram क्यों लिखते हैं ?  तरूर को Tharoor क्यों लिखते हैं ? यह क्यों नहीं सोचते कि th से थ और ठ भी पढ़ा जा सकता है ?  तेलुगु कृष्णमूर्ति भी Krishnamurthy लिखते हैं किन्तु तेलुगु में तो थ और ठ वर्ण हैं । उसी प्रकार dh से ध और ढ की भ्रान्ति होना स्वाभाविक है ।
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