"जो सदैव दुष्कर्मों में ही व्यस्त रहता है,जिन्हें अनुचित्त माना जाता है और इसलिये श्रुतियों ने भी उन्हें दण्डनीय ठहराया है, ऐसे व्यक्ति का चित्त अशान्त रहता है I
He who indulges in low, forbidden acts and stoop down to lowest behaviour, unacceptable to the shrutis and smritis, and who is permanently leading that kind of life can never have equanimity of mind.
जिसे उचित अनुचित का विचार है,
वही वास्तव में जीवत है |

कोई कहे सांई कृष्ण कन्हैया,कोई कहे सांई राम रमैया
कोई कहे अल्लाह ताला,मेरा सांई है रखवाला |
शिरडी में चमत्कार दिखाये,मन्दिर में शिव पूजन जाये |
मस्जिद में कुरान पढ़ाये,ऐसा है वो निराला,
मेरा सांई है रखवाला |
कोई कहे सांई कृष्ण कन्हैया,कोई कहे सांई राम रमैया |
कोई कहे अल्लाह ताला,मेरा सांई है रखवाला |
सारे जग से सुन्दर सांई,अठारह कला सम्पूर्ण सांई |
जिसने सबकी बिगड़ी बनायी,मेरा शिरडी वाला,
मेरा सांई है रखवाला |
कोई कहे सांई कृष्ण कन्हैया,कोई कहे सांई राम रमैया |
कोई कहे अल्लाह ताला,मेरा सांई है रखवाला |
सारा जग है सांई दीवाना,सबने इनको ईश्वर माना |
शिरडी जा के फूल चढ़ाना,ऐसा है वो निराला,
मेरा सांई है रखवाला |
कोई कहे सांई कृष्ण कन्हैया,कोई कहे सांई राम रमैया |
कोई कहे अल्लाह ताला,मेरा सांई है रखवाला |
Read more ....
Click This Link
Kindly Share this Blog to Sai Devotees.