एंटीवायरस सम्बन्धी तकनीकी जानकारी चाहिये

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Suresh Chiplunkar

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Feb 28, 2008, 6:26:08 AM2/28/08
to Chithakar
तकनीकी मित्रों,
गत दो वर्षों से मेरे पास McAfee का एंटीवायरस था, जो अपने-आप नेट से
अपडेट होता रहता था, लेकिन पिछले एक माह से ऐसा नहीं हो रहा (अब पैसा
मांग रहा है)। कम्प्यूटर में समस्या यह आ रही है कि जब मैं उसमे पेन
ड्राइव ठूँसकर रखता हूँ तभी वह ठीक चलता है, वरना बहुत धीमे-धीमे चलता है
(अजीब सी समस्या है), किसी ने बताया कि शायद वायरस होगा (कम्प्यूटर में
या पेन ड्राइव में??, पता नहीं) इसलिये मैंने कल ही AVG का फ़्री
एंटीवायरस सेट-अप डाउनलोड किया, मेरे सवाल निम्न प्रकार से हैं -
(1) क्या AVG फ़्री एंटीवायरस का उपयोग करने के लिये पहले मुझे McAfee को
हटाना होगा?
(2) AVG बेहतर होता है या McAfee?
(3) Registry File क्या होता है?
(4) एंटीवायरस खरीदने की क्षमता तो नहीं है, अब क्या किया जा सकता है?

Ravishankar Shrivastava

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Feb 28, 2008, 9:48:37 AM2/28/08
to Chit...@googlegroups.com
Suresh Chiplunkar wrote:
> (1) क्या AVG फ़्री एंटीवायरस का उपयोग करने के लिये पहले मुझे McAfee को
> हटाना होगा?
>
हाँ, क्योंकि इससे ज्यादा लाभ नहीं है, बल्कि आपका सिस्टम और धीमा चलेगा

> (2) AVG बेहतर होता है या McAfee?
>
यह तो व्यक्तिगत पसंद और आवश्यकता पर निर्भर है. एवीजी मुफ़्त है.

> (3) Registry File क्या होता है?
> (4) एंटीवायरस खरीदने की क्षमता तो नहीं है, अब क्या किया जा सकता है?
>
मेरी भी क्षमता नहीं है, मैंने भी नहीं खरीदा है. खासकर तब जब दुनिया में बहुत से बढ़िया
मुफ़्त एंटीवायरस औजार उपलब्ध हैं. मैं अवास्त
(http://www.avast.com/eng/download-avast-home.html ) प्रयोग करता हूँ कोई दो
साल से और तब से मेरे कम्प्यूटर में कोई वायरस संक्रमण नहीं हुआ है. यह वायरस और इंटरनेट से
7 स्तरीय सुरक्षा प्रदान करता है. (हाँ, भविष्य की कौन जाने!) यह घरेलू उपयोग के लिए
मुफ़्त है. बस आपको पंजीकरण करना होगा.
रवि

Amit Gupta

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Feb 28, 2008, 1:22:32 PM2/28/08
to Chit...@googlegroups.com
On 2/28/08, Suresh Chiplunkar <suresh.c...@gmail.com> wrote:
(1) क्या AVG फ़्री एंटीवायरस का उपयोग करने के लिये पहले मुझे McAfee को
हटाना होगा?

जैसा रवि जी ने कहा, McAfee को भी रखने का कोई लाभ नहीं, अपडेट वह वैसे ही नहीं हो रहा, आपके कंप्यूटर को धीमा ही करेगा। खामखा चला कंप्यूटर के रिसोर्स फूँकने का कोई लाभ नहीं।

(2) AVG बेहतर होता है या McAfee?

हर किसी की अपनी-२ पसंद होती है। बहुतों को McAfee की जगह Norton अधिक पसंद आता है।

(3) Registry File क्या होता है?

रजिस्ट्री फाइल वह फाइल होती है जिसमें विन्डोज़ और उस पर चलने वाले सॉफ़्टवेयर चलने संबन्धी महत्वपूर्ण जानकारी आदि संजोकर रखते हैं। यदि यह खराब हो जाए तो विन्डोज़ नहीं चलता जब तक इसको ठीक न कर दिया जाए। आपको इससे छेड़-छाड़ करने की कोई आवश्यकता नहीं पड़नी चाहिए! :)

(4) एंटीवायरस खरीदने की क्षमता तो नहीं है, अब क्या किया जा सकता है?

फ्री के जुगाड़ बहुत हैं इसलिए टेन्शन लेने की कोई आवश्यकता नहीं। AVG का तो आपको पता ही है, एक Avast भी बढ़िया चीज़ है काफ़ी और एक है Avira AntiVir जिसका फोकट वाला वर्ज़न भी है। ओपन-सोर्स यानि कि मुक्त स्रोत वाले जुगाड़ों में ClamAV और Open AntiVirus भी हैं पर ये दोनों प्रयोग करने लायक कुछ खास नहीं हैं। कोई ढाई वर्ष पहले एन्टी-वायरस और स्पाईवेयर पर मैंने एक लेख लिखा था जिसे आप यहाँ पढ़ सकते हैं

ज़ाती अनुभव से मैं कहूँगा कि Avast डालिए और टेन्शन मुक्त हो जाईये, इसको मैं कॉलेज के ज़माने से देख रहा हूँ, काफ़ी बेहतर हो गया है और आज की तारीख़ में एक बढ़िया फोकटी जुगाड़ है। :)

--
Courage is not the towering oak that sees storms come and go;
it is the fragile blossom that opens in the snow.     --  Alice Mackenzie Swaim

http://me.amitgupta.in/

आलोक कुमार, आद्यक्षर

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Feb 29, 2008, 12:36:25 AM2/29/08
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सुरेश जी,
मेरी मानिये तो सेब ले लीजिए एक। टंटा ही खत्म।

http://apple.co.in/store/flash/macbook/macbook.html - 58,700
http://apple.co.in/store/flash/macmini/macmini.html - 33,100

हिन्दी भी सही चलती है - http://devanaagarii.net/mac

आलोक

2008/2/28, Amit Gupta <cool...@gmail.com>:


--
आद्यक्षर कंसल्टेंसीज़ प्राइव्हेट लिमिटेड
http://aadyakshar.co.in

Ravishankar Shrivastava

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Feb 29, 2008, 12:55:26 AM2/29/08
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आलोक कुमार, आद्यक्षर wrote:
> सुरेश जी,
> मेरी मानिये तो सेब ले लीजिए एक। टंटा ही खत्म।
>
>
और, मेरी मानें तो खिड़की हटाकर, महंगे सेब-वेब को अनदेखा कर, मुफ़्त का पेंग्विन (लिनक्स
) लगा लें. उसमें भी कतई कोई टंटा नहीं. मेरा ये आलेख देखें -

लिनक्स में वायरस? कभी नहीं! ---
http://raviratlami.blogspot.com/2004/09/blog-post_03.html

रवि


Amit Gupta

unread,
Feb 29, 2008, 6:18:40 AM2/29/08
to Chit...@googlegroups.com

और मैं कहूँगा कि यह सोचना कि सेब या पेन्गविन के लिए वायरस आदि नहीं हैं ठीक वैसा सोचना है जैसे कोई शतुरमुर्ग रेत में अपनी मुंडी दबा सोचता है कि उसको कोई देख नहीं सकता। ;)

इससे मुँह फेरना बेकार है, यह जीवन की एक सच्चाई है, ठीक उसी तरह जिस तरह सरकारी बाबू को मिठाई देना एक सच्चाई है!! ;)

आलोक कुमार, आद्यक्षर

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Feb 29, 2008, 7:04:24 AM2/29/08
to Chit...@googlegroups.com
> और मैं कहूँगा कि यह सोचना कि सेब या पेन्गविन के लिए वायरस आदि नहीं हैं ठीक
> वैसा सोचना है जैसे कोई शतुरमुर्ग रेत में अपनी मुंडी दबा सोचता है कि उसको कोई
> देख नहीं सकता। ;)

तथ्य सामने हैं। पेंग्विन और सेब के लिए कितनी एंटी वायरस कंपनियाँ धन्धे में हैं?

Amit Gupta

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Feb 29, 2008, 7:22:19 AM2/29/08
to Chit...@googlegroups.com
On 2/29/08, आलोक कुमार, आद्यक्षर <al...@aadyakshar.co.in> wrote:
तथ्य सामने हैं। पेंग्विन और सेब के लिए कितनी एंटी वायरस कंपनियाँ धन्धे में हैं?

अभी इसलिए नहीं हैं क्योंकि डेस्कटॉप बाज़ार में इन दोनों का कुल हिस्सा कोई 10-12% है। वॉयरस आदि लिखने वालों को जब 88-90% बाज़ार मिला हुआ है खेलने के लिए तो वो क्योंकि कम प्रयोक्ताओं के बाज़ार में जाएँगे?

सेब और पेन्गविन के बारे में यही बात लागू होती है - safety in obscurity, जब तक प्रयोक्ताओं की संख्या कम है तब तक बचे हुए हैं जिस दिन अधिक हिस्सा बाज़ार में हो गया तो उस दिन यह ढ़ाल छिन जाएगी। फॉयरफॉक्स एक अच्छा उदाहरण है, इसके शुरुआती दौर में जब तक प्रयोकता कम थे तब तक ठीक था लेकिन बाज़ार में इसकी हिस्सेदारी जैसे ही बढ़ी तो इसके लिए भी exploits निकल कर आने लगे खुले आम, वो बात अलग है कि मोज़िला वालों ने धड़ा-धड़ पैच निकाल उन छेदों को बंद करने में अच्छा काम किया। :)

दूसरी बात, जितने फोकटी(और गैर-फोकटी) जुगाड़ खिड़की और पेन्गविन के लिए उपलब्ध हैं उतने सेब के लिए उपलब्ध नहीं हैं!! :)

Amit Gupta

unread,
Feb 29, 2008, 7:26:21 AM2/29/08
to Chit...@googlegroups.com

कहने को सीधी बात यही है कि ऑपरेटिंग सिस्टम बदलना कोई स्थाई इलाज नहीं है। जानकारी ही चीज़ का इलाज है। यदि जानकारी हो और सभी सावधानियाँ बरती जाएँ तो कोई वायरस, स्पाईवेयर, मालवेयर आदि नहीं आ सकता, ऑपरेटिंग सिस्टम कोई भी हो। मुझे बरसों बीत गए वायरस की समस्या से जूझे हुए, ये सब क्या होते हैं मेरा कंप्यूटर नहीं जानता! :)

Ravishankar Shrivastava

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Feb 29, 2008, 9:19:35 AM2/29/08
to Chit...@googlegroups.com
Amit Gupta wrote:
>
> कहने को सीधी बात यही है कि ऑपरेटिंग सिस्टम बदलना कोई स्थाई इलाज नहीं है।
> जानकारी ही चीज़ का इलाज है। यदि जानकारी हो और सभी सावधानियाँ बरती जाएँ तो
> कोई वायरस, स्पाईवेयर, मालवेयर आदि नहीं आ सकता, ऑपरेटिंग सिस्टम कोई भी हो। मुझे
> बरसों बीत गए वायरस की समस्या से जूझे हुए, ये सब क्या होते हैं मेरा कंप्यूटर नहीं जानता! :)
>
ये बात आपने सही कही. मेरा कम्प्यूटर भी नहीं जानता :)
रवि

जीतू | Jitu

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Feb 29, 2008, 2:20:44 PM2/29/08
to Chit...@googlegroups.com
मैने अपने कम्पयूटर पर कई तरह एंटी वायरस प्रोग्राम प्रयोग करके देखें। नार्टन से लेकर दु:खी दु:खी एंटी वायरस। लेकिन इतने दिनो के अनुभव से यह जान पाया हूँ, कि कम से कम ये खर्चा तो कम्पयूटर प्रयोगकर्ताओं को उठाना ही पड़ेगा। एक और बात, सिर्फ़ एंटी वायरस ही जरुरी नही, बल्कि इंटरनैट सिक्योरिटी का सोचिए। आजकल वायरस साफ़्टवेयर डाउनलोड करके प्रयोग करने से कम, बल्कि इन्टरनैट साइट पर क्लिक करते ही आपके कम्प्यूटर पर अटैक करते है।

मेरी निजी राय मे कैस्परस्काई (KasperSky) ( http://www.kaspersky.com/ ) एक अच्छा उत्पाद है। पैसे का सही इस्तेमाल।

-जीतू

pk sharma

unread,
Feb 29, 2008, 3:01:55 PM2/29/08
to Chit...@googlegroups.com
may i add ..
1. due the tendency of using the 'free' of cost windows, most users do not buy windows
2. norton antivirus doesn't protect if your windows is not legal
3. AVG does
 
a. internet security means :
- people are always trying to get 'control' of your computers .. use Firewall s/w (zoneAlarm is legally free)
- free wall papers and porno sites are sure signs of getting into trouble - NEVER download 'free' goodies or goto porn sites
- many 'free' softwares have conditions in their box of " I agree" .. read very carefully .. avoid 'take-over' of your pc by them
- many softwares have spyware in them - they do lot of bad things in the background
- some websites load spyware/malware on your pc .. you never will know - firewall warns you when outsiders try this
- there are possibilities of keystroke recorders being loaded on your pc - they record keystrokes INCLUDING passwords !
- people are after credit card numbers - NEVER EVER give out credit card numbers (especially the 3 digits at the back)
- never use websites which ask you to punch in your credit card numbers - some are okay, most are too open, bad for you
- NEVER NEVER NEVER open e-mail which looks too good to be true - you won lottery, millions are waiting, etc
- phishing may give you real headaches - people know your id's and paswords .. and take over your areas on internet
- regularly run antivirus with latest updates of virus definitions
- try to keep personal files, data, important things on another drive/hard disk .. the main hdd may get 'infected' really badly
- backup, Backup, BACKUP .. prefrebly onto another hard disk .. not on another part of the same hard-disk
- don't rely on CD's or DVD's for backups .. they usually fail to read data when you need it most
- usb drives, pendrives are NOT reliable .. they are just for temporary use .. they fail sooner or later
- be aware that 'beacons' may come into your computer .. the moment you are on internet, they inform someone
- removing problems has many aspects .. learn about spybots,  spy-ware, spy-blasters,
- when computer becomes absurdly slow, hit ctrl-alt-del .. in the box that  will come on screen choose task manage ..
  click performance tab .. if cpu usage is very high .. and you are not using the pc .. time to take action .. particularly the
  program svchost.exe has many copies running .. and 'end task' of svchost in the "processes" tab makes another copy
  started .. sometimes too many copies keep getting started .. faster than you can click on the 'end task' button
- sometimes a harmless problem does arise .. as many programs get installed and then un-installed .. the windows 'registry'
  becomes burdened with now useless info .. don't tamper with the registry .. get a good registry cleaner s/w or ask experts
  to help you
- keep minimum icons on your 'desktop' .. those items slow down the starting up of pc
- many antivirus do a quick (actually slooow) check for virus on windows system files .. they have options where you can
  set them to NOT do the startup check each time .. a periodical virus chech is ok .. scheduled once or twice a week .. but
  anytime by you if you suspect
- avoid 'bank' verification emails .. they are usually big frauds .. asking you t o re-login and give password .. millions get lost
  by people who think that they are 'genuine' verification emails
- usually sites begining with "https://" are secure and safe .. they treat your vital info with care .. (notice the "s" after the http)
 
a few tips .. hope they help ..
 
..peekay

Amit Gupta

unread,
Feb 29, 2008, 4:47:12 PM2/29/08
to Chit...@googlegroups.com
On 3/1/08, pk sharma <pksharm...@gmail.com> wrote:
may i add ..
1. due the tendency of using the 'free' of cost windows, most users do not buy windows
2. norton antivirus doesn't protect if your windows is not legal
3. AVG does

जनाब आप बहुत बड़ी गलतफहमी पाले हुए हैं; किसने कहा कि अवैध विन्डोज़ पर नॉर्टन या अन्य सॉफ़्टवेयर नहीं चलता? मैं यह नहीं कह रहा कि पॉयरेटिड विन्डोज़ प्रयोग की जानी चाहिए लेकिन मैंने इस तरह की विन्डोज़ पर नॉर्टन तो छोड़िए, स्वयं माइक्रोसॉफ़्ट वालों का सिक्योरिटी सुइट मस्त तरीके से चलते देखा है। :) वैसे भी विन्डोज़ अवैध है या नहीं इसकी चिंता सिर्फ़ माइक्रोसॉफ़्ट को होती है, अन्य किसी सॉफ़्टवेयर कंपनी को नहीं क्योंकि वे लोग अपने माल की चिंता करते हैं दूसरे की नहीं।

a. internet security means :
- people are always trying to get 'control' of your computers .. use Firewall s/w (zoneAlarm is legally free)

ज़ोनअलार्म फ्री नहीं है, उसका एक सीमित फीचर वाला वर्जन शुल्क फ्री है। साएगेट पर्सनल फॉयरवाल एक अच्छा फोकट का जुगाड़ है। ऐसे ही कोमोडो फॉयरवाल प्रो भी फोकट है और जेटिको पर्सनल फॉयरवाल भी एक अच्छा फोकटी जुगाड़ है।

- never use websites which ask you to punch in your credit card numbers - some are okay, most are too open, bad for you

आप बहुत ही अधिक generalise कर रहे हैं - आपके इस कथन/चेतावनी का कोई महत्व नहीं रह जाता यदि आप इन शब्दों में इसको कहेंगे तो।


- phishing may give you real headaches - people know your id's and paswords .. and take over your areas on internet

फिशिंग से बचने के लिए उसके बारे में जानना आवश्यक है कि वह क्या है और किस तरह से होती है। इस विषय पर मैंने एक लेख लिखा था जो कि यहाँ उपलब्ध है

- try to keep personal files, data, important things on another drive/hard disk .. the main hdd may get 'infected' really badly
- backup, Backup, BACKUP .. prefrebly onto another hard disk .. not on another part of the same hard-disk
- don't rely on CD's or DVD's for backups .. they usually fail to read data when you need it most
- usb drives, pendrives are NOT reliable .. they are just for temporary use .. they fail sooner or later

CD/DVD के संदर्भ में तो आपकी बात मान ली लेकिन जनाब USB Flash Drives के बारे में आप गलत हैं। इनके खराब होने के चांस हार्ड-डिस्क से कम ही हैं क्योंकि इनमें कोई चलते-घूमते कलपुर्ज़े नहीं होते, कोई डिस्क नहीं होती जिस पर चुंबकीय प्रणाली से डाटा स्टोर किया जाता है और फिर उसको घुमा के हेड द्वारा पढ़ा जाता है।

यह अलग बात है कि flash drives अभी बैकअप के लिए वाजिब साधन नहीं हैं क्योंकि यह कम कैपेसिटी की आती हैं और हार्ड-डिस्क के मुकाबले काफ़ी महँगी भी हैं। जहाँ 1500 रुपए में किंग्सटन अथवा ट्रांस्सेन्ड जैसी विश्वसनीय कंपनी की 8GB की फ्लैश ड्राईव आएगी वहीं 2500 रुपए में सीगेट जैसी विश्वसनीय कंपनी की लगभग 250GB की हार्ड-डिस्क आ जाएगी।


- when computer becomes absurdly slow, hit ctrl-alt-del .. in the box that  will come on screen choose task manage ..
  click performance tab .. if cpu usage is very high .. and you are not using the pc .. time to take action .. particularly the
  program svchost.exe has many copies running .. and 'end task' of svchost in the "processes" tab makes another copy
  started .. sometimes too many copies keep getting started .. faster than you can click on the 'end task' button

क्या आपको पता है आप क्या कह रहे हैं? कम से कम मुझे तो नहीं लगता कि आपको मालूम है कि आप क्या कह रहे हैं। svchost.exe विन्डोज़ पर चलने वाली सर्विसिस आदि को चलाने वाला अंग है जिसको Microsoft Service Host Process कहते हैं। इसके एक से अधिक instance चलना बिलकुल साधारण और अपेक्षित बात है। बिना जाने बूझे किसी भी प्रॉसेस का इस तरह क़त्ल करेंगे तो वह उल्टे आपकी ही खिड़की को भारी पड़ सकता है जिसका न्यूनतम जुर्माना उसी समय खिड़की का बंद हो पुनः खुलने की तैयारी होता है। इस तरह बिना जाने खामखा पंगे लेने का नतीजा और भी संगीन हो सकता है, ऐसी स्थिति में वॉयरस आदि की ज़रूरत ही नहीं क्योंकि अपनी खिड़की की वाट आप खुद ही लगा लेंगे। :)

svchost.exe वॉयरस भी होता है, लेकिन उस स्थिति में बेहतर है कि वॉयरस प्रतिरोधी और बचाव तंत्र को ही उससे निपटने दिया जाए बजाए इसके कि आप स्वयं तलवार लेकर मैदान में उतर जाएँ। यह ध्यान रखना चाहिए कि समझदार सेनापति वही है जो कि खुद न लड़ सैनिकों को लड़वाए और स्वयं तभी मैदान-ए-जंग में उतरे जब बिलकुल आवश्यक हो।


- usually sites begining with "https://" are secure and safe .. they treat your vital info with care .. (notice the "s" after the http)

कौन बोला ऐसा? कोई वेबसाइट secure sockets layer का प्रयोग कर रही है तो इसका मतलब यह नहीं कि वो आपके डाटा के साथ तमीज़ से पेश आएगी, वेबसाइट किस तरह से डाटा को संभाल रही है इसका HTTP अथवा HTTPS से कोई लेना देना नहीं है, ये दोनों मात्र प्रयोक्ता के कंप्यूटर से सर्वर तक डाटा ट्रांस्फर करने की प्रोटोकॉल हैं। फिशिंग करने वाले और स्कैम करने वाले भी इसका प्रयोग कर सकते हैं, इसके कोई पैसे नहीं लगते अलग से!!

pk sharma

unread,
Feb 29, 2008, 11:03:27 PM2/29/08
to Chit...@googlegroups.com, Amitji Gupta
amit ji
 
with all humility .. and a constructive, helpful approach, my response :
 
this was a post meant to help and throw some light on problems which
can or cannot be solved by antivirus s/w
 
for now, i request all that this thread may please not be turned into a 'flaming' thing
 
please wait for me and amitji to discuss this out .. not here .. but off line
 
then amitji can post the relevant portions or relevant outcomes of that discussion
for all to be more aware
 
..peekay
 
(amit ji .. sending cc to you .. please continue our discussion on 1 to 1 basis ..
even at 56 yrs age and 20 years use of computere there is always the change
to  learn a lot from your experience and knowledge ..
 
this usually happens in our computer users group, computer association seminars
and workshops.
.
there is a small presentation by another person which i can forward to you ..
it is NOT a detailed lecture .. only points covered .. i also helped the gentleman
and in the process learnt a lot about virus on cellphones too .. with best
wishes .. pk)
 
----- Original Message -----
From: Amit Gupta
Sent: Saturday, March 01, 2008 3:17 AM
Subject: [Chitthakar] Re: एंटीवायरस सम्बन्धी तकनीकी जानकारी चाहिये


Amit Gupta

unread,
Mar 1, 2008, 5:32:23 AM3/1/08
to Chit...@googlegroups.com

On 3/1/08, pk sharma <pksharm...@gmail.com> wrote:
with all humility .. and a constructive, helpful approach, my response :
 
this was a post meant to help and throw some light on problems which
can or cannot be solved by antivirus s/w
 
for now, i request all that this thread may please not be turned into a 'flaming' thing
 
please wait for me and amitji to discuss this out .. not here .. but off line

जनाब, मेरी मंशा आपको आहत करने या आपका असम्मान करने की कतई नहीं थी। यदि आपको ऐसा लगा तो मैं क्षमा प्रार्थी हूँ, आपके पुत्र की आयु का हूँ बालक समझ क्षमा कर दें।

मेरा आशय सिर्फ़ और सिर्फ़ आपकी त्रुटियों(जाने/अनजाने किसी से भी हो सकती है - सर्वज्ञ कोई नहीं होता) को प्रकाश में लाने और उनके बारे में सही जानकारी देना था ताकि बाकी साथियों का भी ज्ञानवर्धन हो और सही ज्ञान से हो। :)

आलोक कुमार, आद्यक्षर

unread,
Mar 1, 2008, 6:57:50 AM3/1/08
to Chit...@googlegroups.com
2008/2/29, Amit Gupta <cool...@gmail.com>:

>
> On 2/29/08, आलोक कुमार, आद्यक्षर <al...@aadyakshar.co.in> wrote:
> > तथ्य सामने हैं। पेंग्विन और सेब के लिए कितनी एंटी वायरस कंपनियाँ धन्धे में
> हैं?
>
> अभी इसलिए नहीं हैं क्योंकि डेस्कटॉप बाज़ार में इन दोनों का कुल हिस्सा कोई
> 10-12% है। वॉयरस आदि लिखने वालों को जब 88-90% बाज़ार मिला हुआ है खेलने के लिए

बिल्कुल सही, तकनीकी दृष्टि से आपकी बात बिल्कुल सही है कि कोई भी
तन्त्रांश खिलवाड़ से बच नहीं सकता।
शेयर बाज़ार की तरह है, जो सब लो कर रहे हैं, उससे अलग करने में ही यहाँ
भी लाभ है।

pk sharma

unread,
Mar 1, 2008, 10:30:44 AM3/1/08
to Chit...@googlegroups.com
dear amitji
 
thank you for kind words .. but since no offence was meant ..
no offence is taken .. क्षमा का प्रश्न ही नहीं उठता
 
>आपकी त्रुटियों
virus जैसे राक्षस का सामना करते वक्त  व्यक्तिगत त्रुटियों की एहमियत नहीं
है .. इस "रोग" से छुटकारा दिलाने में मदद करना ही एहम बात है
 
> सर्वज्ञ
बिलकुल सही .. और मैने कहा .. मै ही सही हूं .. यह भाव मुझको ही हानि करेगा
 
सो अब इस समस्या पर off line discussion कर के जब अपने दोनों और ज़्यादा
clear हो जाएँ तब उस email exchange से निकले नतीज़ों को आप post कर देवें ..
भारतीय भाषा प्रयोग करने वालों गणक प्रयुक्तों (computer .. compute करने वाला)
को 'proper' advice मिल जाएगी .. तो .. off line .. point by point .. आलोचना / खोज
शुरु करें ? यहाँ और भी बढ़िया जानकारी रखने वाले सदस्य भी इस fact finding,
fact based advice giving initiative में भाग लें तो recommendations, guidance to this
group और accurate होगा
 
virus, phishing, spyware, malware, identity theft हमारी e-assets ( जो कि हम अपने
बहुत सारे manhours लगा कर इकट्ठा करते है !) एक पल में छीन कर लोप हो
जाते हैं
 
with best wishes
 
(प्र)
 
 
----- Original Message -----
From: Amit Gupta
Sent: Saturday, March 01, 2008 4:02 PM
Subject: [Chitthakar] Re: एंटीवायरस सम्बन्धी तकनीकी जानकारी चाहिये

Suresh Chiplunkar

unread,
Mar 2, 2008, 10:57:15 AM3/2/08
to Chithakar
रतलामी जी, आलोक जी, अमित गुप्ता जी और अन्य सभी तकनीकी बन्धुओं का आभार
व्यक्त करता हूँ, काफ़ी जानकारी उपलब्ध करवाई आप लोगों ने (कुछ समझ में
आई, कुछ सिर के ऊपर से गई), Avast डाउनलोड तो कर लिया है, लेकिन एक और
सवाल दिमाग में घूम रहा है, वह इस प्रकार है कि -
(1) यदि मेरा कम्प्यूटर वायरस ग्रस्त है, तो जब मैं Avast इन्स्टाल
करूँगा तो क्या वह भी करप्ट नहीं हो जायेगा? या एक बार इन्स्टाल होने के
बाद "अवास्ट" खुद-ब-खुद एक बार मेरा कम्प्यूटर चेक करेगा और उसमें से
वायरस निकाल देगा? जरा एक बार और समझायें प्लीज…
(2) मेक-एफ़ी निकालने (Deinstall) करने की कोशिश की लेकिन वह पूरी तरह से
डिलीट नहीं हो रहा, कहता है some files could not be deleted, you can
delete it manually अब ये क्या बला है, और यदि पूरी तरह से मेक-एफ़ी नहीं
निकल पाया है तो आगे चलकर कोई दिक्कत तो नहीं देगा? या अवास्ट और मेक-एफ़ी
आपस में टकरायेंगे तो नहीं? :)
>  http://me.amitgupta.in/- उद्धृत पाठ छिपाएँ -
>
> उद्धृत पाठ दिखाए

Amit Gupta

unread,
Mar 2, 2008, 1:14:53 PM3/2/08
to Chit...@googlegroups.com
On 3/2/08, Suresh Chiplunkar <suresh.c...@gmail.com> wrote:
(1) यदि मेरा कम्प्यूटर वायरस ग्रस्त है, तो जब मैं Avast इन्स्टाल
करूँगा तो क्या वह भी करप्ट नहीं हो जायेगा? या एक बार इन्स्टाल होने के
बाद "अवास्ट" खुद-ब-खुद एक बार मेरा कम्प्यूटर चेक करेगा और उसमें से
वायरस निकाल देगा? जरा एक बार और समझायें प्लीज…

अवास्ट इंस्टॉल कर लें और यदि वह अपने आप स्कैन नहीं मारता है तो आप खुद कर लें। :)

(2) मेक-एफ़ी निकालने (Deinstall) करने की कोशिश की लेकिन वह पूरी तरह से
डिलीट नहीं हो रहा, कहता है some files could not be deleted, you can
delete it manually अब ये क्या बला है, और यदि पूरी तरह से मेक-एफ़ी नहीं
निकल पाया है तो आगे चलकर कोई दिक्कत तो नहीं देगा? या अवास्ट और मेक-एफ़ी
आपस में टकरायेंगे तो नहीं? :)

नहीं, कोई दिक्कत नहीं आएगी। कुछ फाइलें होती हैं जो कि विन्डोज़ में प्रयोग हो रही होती हैं और इसलिए अन-इंस्टॉल होते समय वे नहीं डिलीट होती। वैसे तो अपने कंप्यूटर को एक बार बंद कर पुनः चालू कर लें और यदि चाहें तो जहाँ आपके सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल होते हैं(अमूमन c:\program files) वहाँ उस फोल्डर में जाकर McAfee का फोल्डर अब डिलीट मार सकते हैं। यदि आपको नहीं पता या संशय है तो फाइलें पड़े रहने दें, कोई समस्या नहीं देंगी वो। :)

sanjay | जोग लिखी

unread,
Mar 3, 2008, 4:09:30 AM3/3/08
to Chithakar
थोड़ा सा विषयांतर है मगर जिज्ञासा है की ओपन-सोर्स (लिनक्स वगेरे) के कोड
सबके सामने खुले हुए है तो वायरस बनाना भी इनके लिए (विण्डोज के मुकाबले
की जिसका कोड खुला हुआ नहीं है) आसान क्यों नहीं?

Amit Gupta

unread,
Mar 3, 2008, 7:46:14 AM3/3/08
to Chit...@googlegroups.com

संजय भाई, यह किसने कहा कि इनके लिए वायरस बनाना आसान नहीं है? लेकिन समस्या यह आती है(जहाँ तक मेरी जानकारी है) कि लिनेक्स के कई संस्करण उपलब्ध हैं, तो कोई आवश्यक नहीं कि एक वायरस सब में काम कर जाएगा। अब विन्डोज़ और सेब का ऑपरेटिंग सिस्टम तो एक ही हैं इसलिए इनके लिए वायरस बनाना सिरदर्दी नहीं है क्योंकि वह इनके हर प्रयोक्ता के कंप्यूटर की वाट लगा सकता है। लिनेक्स थोड़ा सिरदर्दी वाला काम हो जाता है, पर असंभव नहीं है और लिनेक्स के लिए भी वायरस बन चुके हैं।

अब यदि आप पूछें कि यदि इनके लिए वायरस बन चुके हैं तो छोड़े क्यों नहीं तो बात यह है कि वे वायरस महज़ यह दिखाने के लिए बनाए गए कि इनके लिए भी वायरस बन सकते हैं। घातक वायरस बना कोई इनके खिलाफ़ प्रयोग इसलिए नहीं करता क्योंकि वह समय की बर्बादी है और कोई खास लाभ नहीं क्योंकि लिनेक्स और सेब का बाज़ार में कुल जमा हिस्सा 10-12% से अधिक नहीं, तो काहे कोई इनको टेन्शन दे। हाँ जिस दिन ये प्रतिशत 30-35% तक भी आ गई उस दिन इन पर भी हमले शुरु हो जाएँगे ऐसा मेरा विश्वास है। :)

आलोक कुमार, आद्यक्षर

unread,
Mar 3, 2008, 7:54:56 AM3/3/08
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> सबके सामने खुले हुए है तो वायरस बनाना भी इनके लिए (विण्डोज के मुकाबले
> की जिसका कोड खुला हुआ नहीं है) आसान क्यों नहीं?

खुला कोड होना एक बात है, प्रणालियों के मूलभूत ढाँचे में फ़र्क होना एक
और। यह निष्कर्ष निकालना सही नहीं है कि खुले कूट का मतलब वायरसों को
न्यौता देना ही है, क्योंकि वायरस निर्माता कूट का परिवर्तन नहीं करते
हैं, कूट के जरिए निर्मित बाइनरी (ईऍक्सई या डीऍलऍल) के स्तर पर काम करते
हैं।
हाँ, यह सम्भव है कि जहाँ से लोग कूट उतारते हैं, उसमें कुछ गलत कूट भी
डाल दिया जाए, उसके लिए जाँच की विधि होती है, और साथ ही, कूट खुला है
लेकिन उसमें बदलाव की प्रक्रिया भी परिभाषित की जाती है, कोई भी उसे बदल
नहीं सकता है, उसके लिए हुनर के अनुसार अनुमतियाँ दी जाती हैं।

pk sharma

unread,
Mar 3, 2008, 12:23:56 PM3/3/08
to Chit...@googlegroups.com
अक्षर हिन्दी Keyboard सरल भले ही हो .. तेज़ी से टंकन
कर पाने में ज़रा समय लगेगा ही .. पहले के मुकाबले हाथ
काफी जम गया ज़रूर है .. विषय की गंभीरता को देखते
हुए .. english ही सही ... कुछ ना समझ आये तो फिर पूछने
में सबको जानकारी मिलेगी ..

a bit intentionally and a bit by chance .. some people
create
problems for the future .. 'free' .. 'open' .. 'source' ..
s/w ..
these words came in at a time when s/w used to cost a huuge
amount

these words may have attracted people at that time to those
systems
but these certainly create confusion for all time to come ..

1. free .. it was later clarified .. 'free' as in free beer
.. or free as in free-dom
the answer is that 'free' software is not free of cost
.. but it is free to be
changed .. the story becan when my friend Richard
Stalman (father of GNU
Linux .. and of the Free and Open Software movement
wanted to print a
document .. but the needed driver could not be had ..
the hp printer posed
a serious problem .. writing drivers was the starting
point of "why won't i
be allowed to tinker, change, improve the s/w or o/s
that i use for my work ?"
the "freedom" to change, share, give, sell, is what FREE
means

2. open source has a history .. when my friend neil met
Linus Torvals in bangalore
and heard that he was making an o/s to work in place of
windows (win1.0 etc)
he just dismissed it .. Linus did it .. others joined in
.. like others, linus was
NOT wanting to let others do changes in "his" coding ..
his friend convinced
him that it was not right .. he MUST allow it .. Linus
saw the point, didn't agree
but ultimately gave in .. very reluctantly .. the o/s
became OPEN .. as did the source

3. Yet, the basic 'kernel' .. बीज .. is still under the
tight control of a group of people ..
so we keep hearing of linux kernel 2.n.n

4. ALL s/w under this scheme can be transferred for free or
for money .. there is no bar
to taking money .. in fact lots of money too ! but the
s/w is allowed to be changed by
others so long as the earlier people who worked on it
are not 'cheated' .. and their work
is not said to be 'my' work

5. as a result .. this has been a very tight rope walk ..
the source code is all there .. out in the
open .. but the kernel is under scrutiny .. a whole
community does its debugging, improving,
developing .. so now we have many devices working under
linux much sooner than the other
version of windows

6. the off side is that linux on desktop .. or others like
BeOs, Dr.Dos, BSD .. are not seen much
it is a nice concept .. but very few can give solutions
to simple problems .. like how to set up
a modem (windows does that 'automatically' ) .. how to
change to better monitor .. drivers ?
settings ? (windoes 'auto-detects') .. so linux on
desktop is very less

7. due to this tight control on kernel, less numbers on
pc's, difficulties in setting up and changing \
settings, linux is not very affected by बदमाश code

8. one more thing .. microsoft has millions of lines of code
.. no one person or team can be sure that
it is bullet proof .. it has lots of loopholes .. like
the लाल किला .. so the number of virus programs
is high .. pickpockets work in crowds .. not in private
homes ..

9. security in linux being 'therefore' relatively higher ..
it was not being affected much ..

10. with the revolutionary escalating of internet based
business .. ALL websites are under threat ..
even linux based .. unix based .. because the tcp/ip
protocols and the xtml packaging of data HAS
TO BE followed by all .. apple, linux, windows, or
hindwi .. THAT is where the present pandora's
box is
11. like one honourable member said .. forget virus threat
.. run for your life .. your IDENTITY theft ..
computer control .. data .. e-assets .. ALL these now
need to be kept safe .. and that is also an issue
which needs to be understood and precautions taken

..peekay

(this is trying to put an ocean of knowledge into a small
capsule .. लम्बा लेख तो होगा ही)

(btw, why do virus programs not get virus themselves ?
answer was .. before they check the system
they check themselves .. if the checksum and other advanced
methods are not EXACTLY right in their
results, they will NOT go ahead .. and will warn also .. at
least they are supposed to ....

and do virus programs 'clash' .. nope ! .. you can use 2,3
at a time .. more sounds too silly

for the records .. i never said AVG was free .. i said AVG
anti virus was free .. meaning for you and me ..
not for company, not for school, not for office, not for
charity .. they mention that very clearly .. and the
entire 'suite' has a lot of tools .. for saving from
spyware, malware, spybots, beacons, phishing, etc .. notice
the tiny yellow box at bottom of the browser's window .. it
is always checking up websites for 'phishing'
possibilities)
)

Amit Gupta

unread,
Mar 4, 2008, 3:42:49 AM3/4/08
to Chit...@googlegroups.com
On 3/3/08, pk sharma <pksharm...@gmail.com> wrote:
7. due to this tight control on kernel, less numbers on
pc's, difficulties in setting up and changing \
    settings, linux is not very affected by बदमाश code

8. one more thing .. microsoft has millions of lines of code
.. no one person or team can be sure that
    it is bullet proof .. it has lots of loopholes .. like
the लाल किला .. so the number of virus programs
    is high .. pickpockets work in crowds .. not in private
homes ..

जनाब, आप अपनी ही बात का स्वयं खंडन कर रहे हैं। एक ओर आप कह रहे हैं कि चूंकि लिनेक्स की नाड़ी कम लोगों के हाथ में है इसलिए कोई पंगा नहीं डाल सकता और दूसरी ओर आप कह रहे हैं कि माइक्रोसॉफ़्ट की खिड़की में चूंकि लाखों लाइनों का कोड है इसलिए कोई व्यक्ति या टीम यह विश्वास के साथ नहीं कह सकती कि सारे छिद्र बंद हैं!! पहली बात तो यह कि जहाँ तक मुझे पता है बिल्लू की खिड़की की नाड़ी लिनेक्स की नाड़ी से भी अधिक सुरक्षित रखी जाती है कि कोई उस तक पहुँच न बना ले। दूसरे, क्या लिनेक्स कुछ सौ या सिर्फ़ कुछ हज़ार लाइनों के कोड का गुच्छा है? वहाँ भी बहुत कोड है जनाब इसलिए पक्के तौर से तो वहाँ भी नहीं कहा जा सकता कि सभी छिद्र बंद हैं। और कई बार तो छिद्र अनजाने में डल जाते हैं, जैसे सेब ने नेटबीएसडी (NetBSD) जैसे दुनिया के सबसे सुरक्षित ऑपरेटिंग सिस्टमों में से एक पर अपने OSX को आधारित किया और इस प्रक्रिया में उसकी ढाल में कई छिद्र कर बैठे। :)

दूसरे, सॉफ़्टवेयर डेवेलपमेन्ट का एक फंडा यह है कि जब सॉफ़्टवेयर रिलीज़ किया जाता है तो उसमें मौजूद कई bugs के बारे में उसको बनाने वाली टीम को पता होता है। रिलीज़ के समय तक सभी नहीं निपटाए जा सकते इसलिए priority सूचि बनाई जाती है और सबसे महत्वपूर्ण वाले निपटा के रिलीज़ निकाली जाती है और फिर बाकियों को एक-एक कर निपटा अपडेट्स निकाले जाते हैं(जैसे माइक्रोसॉफ़्ट हर मंगलवार को निकालता है, कहीं पढ़ा था कि सेब माइक्रोसॉफ़्ट से भी अधिक अपडेट/पैबंद निकालता है), तो ऐसा भी नहीं होता कि अचानक ही किसी छिद्र के बारे में पता चला और माइक्रोसॉफ़्ट ने आननफानन उसको बंद करने के लिए पैबंद निकाल दिया, कुछेक बार ऐसा होता है पर अधिकतर उनको इसकी खबर पहले से होती है।
Message has been deleted

Hariram

unread,
Mar 5, 2008, 7:34:29 AM3/5/08
to Chithakar
कुछ तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस/वोर्म/कीड़ों का सृजन कर
फैलाने का काम कुछ प्रसिद्ध सॉफ्टवयेर कम्पनियाँ स्वयं ही अन्य गुप्त
डेवलेपरों के माध्यम से करवाती हैं। विशेषकर पायरेटेड प्रतियों के
उपयोक्ताओं को परेशान कर ओरिजनल सॉफ्यवेयर खरीदने के लिए मजबूर करना उनका
उद्देश्य होता है।

यह बात कितने दूर तक सच या सन्देहास्पद है?

हरिराम

On 4 मार्च, 13:42, "Amit Gupta" <coola...@gmail.com> wrote:
............और कई बार तो छिद्र अनजाने में डल जाते हैं, जैसे सेब ने

Amit Gupta

unread,
Mar 5, 2008, 11:38:17 AM3/5/08
to Chit...@googlegroups.com

On 3/5/08, pk sharma <pksharm...@gmail.com> wrote:
hello amit .. i get this when my pop3 account tries to go to yahoo and
download emails .. what can be wrong ?
 
"An unknown error has occurred. Account: 'yahoo', Server: 'pop.mail.yahoo.co.uk', Protocol: POP3, Port: 110, Secure(SSL): No, Error Number: 0x80004005"

कदाचित्‌ आपकी समस्या का समाधान निम्न पते पर मिल जाए:
http://rurl.org/jvz

jai hanuman

unread,
Mar 5, 2008, 10:31:08 PM3/5/08
to Chit...@googlegroups.com
मुश्किल है जिम्मेवारी यानी liability के कारण।

----- Original Message -----
From: "Hariram" <hari...@gmail.com>
To: "Chithakar" <Chit...@googlegroups.com>
Sent: Wednesday, March 05, 2008 7:34 AM
Subject: [Chitthakar] Re: एंटीवायरस सम्बन्धी तकनीकी जानकारी
चाहिये

sanjay | जोग लिखी

unread,
Mar 6, 2008, 12:13:46 AM3/6/08
to Chithakar
वास्तविक और आभासी दोनो दुनिया के लिए एक बात सुनने में आती है जो कुछ
अंशो तक सही भी हो सकती है की दवा बनाने वाले ही बिमारीयाँ पैदा करवाते
है.

Jagdish Bhatia

unread,
Mar 6, 2008, 1:04:36 AM3/6/08
to Chit...@googlegroups.com
यदि आप साधारण याहू खाते की मेल आउटलुक पर पढ़ना चाहते हैं तो यह संभव नहीं है। और यदि आपका खाता पेड है और आप को  POP3 की सुविधा प्राप्त है तभी आप उसे आउटलूक में पढ़ सकेंगे।
पिछले दिनों याहू ने अपने पेड खातों जैसे कि मेलप्लस के लिये सर्वर बदला है। आप अपन्रे खाते के ओप्शन्स में जा कर pop और SMTP के लिये नये पते देख लें। उसी के अनुसार आउटलूक के खाते को सैट करें।
 
जगदीश भाटिया
----- Original Message -----
From: Amit Gupta

Ravishankar Shrivastava

unread,
Mar 6, 2008, 1:18:36 AM3/6/08
to Chit...@googlegroups.com
Jagdish Bhatia wrote:
> यदि आप साधारण याहू खाते की मेल आउटलुक पर पढ़ना चाहते हैं तो यह संभव नहीं है।
याहू पॉप्स जैसे कुछ थर्ड पार्टी टूल्ज के जरिए पहले यह संभव था. क्या अब नहीं है ? मेरे
विचार में तो यह अब भी संभव है. पहले मैं याहू मेल को आउटलुक पर ही प्रयोग करता था
जबकि मेरे पास कोई पेड खाता नहीं था. अब तो जीमेल है!
रवि


Amit Gupta

unread,
Mar 6, 2008, 6:36:30 AM3/6/08
to Chit...@googlegroups.com
On 3/6/08, Ravishankar Shrivastava <ravir...@gmail.com> wrote:
Jagdish Bhatia wrote:
> यदि आप साधारण याहू खाते की मेल आउटलुक पर पढ़ना चाहते हैं तो यह संभव नहीं है।

याहू पॉप्स जैसे कुछ थर्ड पार्टी टूल्ज के जरिए पहले यह संभव था. क्या अब नहीं है  ? मेरे
विचार में तो यह अब भी संभव है.

याहू पॉप्स का आखिरी वर्ज़न पिछले वर्ष सितंबर में आया था, तब मैंने उसको प्रयोग करके देखा था तो वह कार्य नहीं कर रहा था तो मैंने उसको हटा दिया था। बाद में कहीं पढ़ा था कि यह नई वाली याहू मेल के साथ कार्य नहीं करता, पुरानी के साथ करता है, हो सकता है मेरे यहाँ काम न करने की यही वजह रही हो क्योंकि उस समय मैं याहू के नए इंटरफेस का ही प्रयोग कर रहा था। पुराने पर कार्य करता है कि नहीं यह मैंने जाँच के नहीं देखा।

अविनाश वाचस्पति

unread,
Mar 6, 2008, 9:07:53 AM3/6/08
to Chit...@googlegroups.com
जैसे जो भेजता है इस दुनिया में
 
वही वापस बुला लेता है या बुलवा लेता है
अविनाश वाचस्‍पति


 
Message has been deleted

sagar...@gmail.com

unread,
Mar 10, 2008, 11:19:58 AM3/10/08
to Chithakar

आप सभी मित्रों ने avast की बड़ी तारीफ करी पर मैं Avast का सताया/ मारा
हुआ हूँ :(

मेरे कम्प्यूटर पर पहले Mcafee था एक दिन अचानक कन्ट्रोल पैनल में से
Run कमांड गायब हो गया और बाद में Task Manager भ। मैने मित्रों के
कहने पर avast इन्स्टाल किया और आधे घंटे में ही सब कुछ सही हो गया। अपन
राम तो खुश हो गये और चार छ: दिन आजमाकर कई लोगों को सलाह दे डाली की
इससे बेहतर कोई नहीं ( अब सब मुझे ढूंढ रहे हैं)
एक दिन अचानक ही amvo0.dll नामक वायरस ने अटैक किया और कोई भी ड्राईव
खुलना बंद हो गया। अलगअलग कई उपाय आजमाये, स्कैन किया पर इस वायरस ने
हटने से इंकार कर दिया। मैने avast को हटा कर Norton लगाने की कोशिश
की तो avast जी नाराज हो गये और कम्प्यूटर को ऐसा कर दिया कि कोई भी
एप्लीकेशन खोलें तो वह नहीं खुलेगी अलबत्ता कभी कभार विन्डोज मीडीया
प्लेयर खुल जाता था। यानि सब कुछ ठप्प!!
C ड्राईव को फॉरमेट करने की नौबत आ गई और फोरमेट करने के बाद गलती यह
करदी कि फिर से Avast इन्स्टाल कर दिया और दो ही दिन में फिर से वही हाल,
आप यकीन नहीं करेंगे दस दिन में चार बार फॉरमेट करने (जिसमें तीन बार
नये पार्टीशन बनाने के बाद भी) के बाद भी परेशानी नहीं मिटी आखिरकार
avast से मोहभंग कर AVG की शरण में गये और हाश.........! आज पन्द्रह
दिन होने आये वायरस ने परेशान नहीं किया पर एक डर हो रहा है कि AVG का
पन्द्रह दिन बाद समय पूरा हो जायेगा तब क्या करूंगा? :(
तो मित्रों मेरा सुझाव यह है कि कुछ भी आजमाओ पर Avast को ...?
कदापि नहीं !!!!!!

अविनाश वाचस्पति

unread,
Mar 11, 2008, 11:33:49 PM3/11/08
to Chit...@googlegroups.com
हमने भी यहां से सूचना पाकर आनन फानन में एवीजी हटाकर अवास्‍ट इंस्‍टाल कर लिया है. एवीजी का समय पूरा होने पर उसे अनइंस्‍टाल कर दोबारा से इंस्‍टाल कर सकते हैं. चालू रहेगा. पर मैंने तो रवि रतलामी जी के अनुभव के आधार पर ऐसा किया है. रवि जी अब आपकी क्‍या सलाह है, सागर नाहर जैसी सागरीय चेतावनी के बाद. आपकी बहुमूल्‍य राय का रहेगा इंतजार.
अविनाश वाचस्‍पति

 

Ravishankar Shrivastava

unread,
Mar 12, 2008, 12:15:03 AM3/12/08
to Chit...@googlegroups.com
सागर जी की समस्या से अब तो हम भी अवास्त से डर रहे हैं... परंतु शायद एवीजी का बेसिक
संस्करण भी तो मुफ़्त आता है?

पर, ये बात भी है कि कोई भी एंटीवायरस परिपूर्ण कभी भी कदापि नहीं हो सकता :)
रवि

अविनाश वाचस्पति wrote:
> हमने भी यहां से सूचना पाकर आनन फानन में एवीजी हटाकर अवास्‍ट इंस्‍टाल कर लिया है.
> एवीजी का समय पूरा होने पर उसे अनइंस्‍टाल कर दोबारा से इंस्‍टाल कर सकते हैं. चालू
> रहेगा. पर मैंने तो रवि रतलामी जी के अनुभव के आधार पर ऐसा किया है. रवि जी अब
> आपकी क्‍या सलाह है, सागर नाहर जैसी सागरीय चेतावनी के बाद. आपकी बहुमूल्‍य राय
> का रहेगा इंतजार.
> अविनाश वाचस्‍पति
>
>

> On 10/03/2008, *sagar...@gmail.com <mailto:sagar...@gmail.com>*

अविनाश वाचस्पति

unread,
Mar 12, 2008, 1:21:46 AM3/12/08
to Chit...@googlegroups.com
तो डर वहां भी है
जहां से हम निडर बने
वैसे मेरा मानना है
रवि से बलशाली कोई नहीं
 
खैर ....
कविता अलग और यथार्थ सामने
अभी तो कई पैमाने हैं नापने.
 
अवि

 

Amit Gupta

unread,
Mar 12, 2008, 7:47:05 AM3/12/08
to Chit...@googlegroups.com
On 3/10/08, sagar...@gmail.com <sagar...@gmail.com> wrote:
मैने avast  को हटा कर Norton  लगाने  की कोशिश
की तो avast जी नाराज हो गये और कम्प्यूटर को ऐसा कर दिया कि कोई भी
एप्लीकेशन खोलें तो वह नहीं खुलेगी अलबत्ता कभी कभार  विन्डोज मीडीया
प्लेयर खुल जाता था। यानि सब कुछ ठप्प!!

agara

C ड्राईव  को फॉरमेट करने की नौबत आ गई और फोरमेट करने के बाद गलती यह
करदी कि फिर से Avast इन्स्टाल कर दिया और दो ही दिन में फिर से वही हाल,
आप यकीन नहीं करेंगे दस दिन में चार बार फॉरमेट करने (जिसमें  तीन बार
नये पार्टीशन बनाने के बाद भी)  के बाद भी परेशानी नहीं मिटी आखिरकार
avast  से मोहभंग  कर  AVG  की शरण में गये और हाश.........! आज पन्द्रह
दिन होने आये वायरस ने  परेशान नहीं किया पर एक डर हो रहा है  कि AVG का
पन्द्रह दिन बाद  समय पूरा हो जायेगा तब क्या करूंगा? :(
  तो मित्रों मेरा सुझाव यह है कि  कुछ भी आजमाओ पर  Avast  को ...?
  कदापि नहीं !!!!!!



Jagdish Bhatia

unread,
Mar 12, 2008, 8:04:09 AM3/12/08
to Chit...@googlegroups.com
अमित,
 
आपका संदेश नजर नहीं आ रहा।
पहले भी ग्रुप के कुछ संदेश मुझे टूटे हुए और आधे अधूरे दिखे।
यह समस्या कोई तीन चार दिन से आ रही है।
क्या किसी और सदस्य को भी यह समस्या आ रही है?
जगदीश भाटिया
----- Original Message -----
From: Amit Gupta
Sent: Wednesday, March 12, 2008 5:17 PM
Subject: [Chitthakar] Re: एंटीवायरस सम्बन्धी तकनीकी जानकारी चाहिये


sanjay kareer

unread,
Mar 12, 2008, 7:59:47 AM3/12/08
to Chit...@googlegroups.com
On Wed, Mar 12, 2008 at 5:34 PM, Jagdish Bhatia <mai...@gmail.com> wrote:
अमित,
 
आपका संदेश नजर नहीं आ रहा।
 
मुझे भी संदेश नजर नहीं आया


--
Sanjay Kareer
http://www.dailyhindinews.com

Amit Gupta

unread,
Mar 12, 2008, 8:01:49 AM3/12/08
to Chit...@googlegroups.com

माफ़ कीजिए, पिछला ईमेल गलती से चला गया बिना लिखे।

मैने avast  को हटा कर Norton  लगाने  की कोशिश
की तो avast जी नाराज हो गये और कम्प्यूटर को ऐसा कर दिया कि कोई भी
एप्लीकेशन खोलें तो वह नहीं खुलेगी अलबत्ता कभी कभार  विन्डोज मीडीया
प्लेयर खुल जाता था। यानि सब कुछ ठप्प!!

सागर जी, आपने कैसे हटाने का प्रयत्न किया था? अवास्ट को इंस्टॉल कर मैंने भी अन-इंस्टॉल किया हुआ है और आराम से हो जाता है। इसको पहले disable करना होता है और फिर कंट्रोल पैनल में जाकर Add-Remove Programs खोल के उसमें अवास्ट के आगे के uninstall बटन को क्लिक करिए और उसके बाद कंप्यूटर को बंद कर दोबारा चलाएँ(यह आवश्यक है)। इस क्रम से करने पर आराम से हो जाता है काम। एन्टी-वायरस सॉफ़्टवेयर ज़रा अलग किस्म के होते हैं और यदि इनको ठीक से अन-इंस्टॉल न किया जाए तो समस्या हो जाती है, जैसा कि आपने स्वयं अनुभव किया।

आज पन्द्रह
दिन होने आये वायरस ने  परेशान नहीं किया पर एक डर हो रहा है  कि AVG का
पन्द्रह दिन बाद  समय पूरा हो जायेगा तब क्या करूंगा? :(

AVG का मुफ़्त संस्करण भी आता है जो कि expire नहीं होता, आप उसे लगा सकते हैं।

  तो मित्रों मेरा सुझाव यह है कि  कुछ भी आजमाओ पर  Avast  को ...?
  कदापि नहीं !!!!!!

जैसा कि रवि जी कह चुके हैं, संपूर्ण कोई नहीं होता, कोई एक अकेला एन्टी-वायरस सभी वायरस नहीं पकड़ पाता चाहे वह फोकटी हो या पैसे वाला।

बाकी अवास्ट को मैंने भी प्रयोग किया है और मेरा एक करीबी मित्र तो इसको आज भी प्रयोग करता है और कई वर्षों से कर रहा है, कोई समस्या नहीं आई। बाकी हर कोई अपनी-२ पसंद को प्रयोग करने के लिए स्वतंत्र है। :)

On 3/12/08, Jagdish Bhatia <mai...@gmail.com> wrote:
आपका संदेश नजर नहीं आ रहा।
पहले भी ग्रुप के कुछ संदेश मुझे टूटे हुए और आधे अधूरे दिखे।
यह समस्या कोई तीन चार दिन से आ रही है।
क्या किसी और सदस्य को भी यह समस्या आ रही है?

जगदीश जी, टूटे-फूटे संदेशों का तो मुझे नहीं पता परन्तु मेरी पिछली ईमेल इसलिए नहीं नज़र आ रही क्योंकि इससे पहले कि मैं लिख के भेजता गलती से बटन दब गया और ईमेल चला गया। :) असुविधा के लिए खेद है।

sanjay kareer

unread,
Mar 12, 2008, 8:09:21 AM3/12/08
to Chit...@googlegroups.com
On Wed, Mar 12, 2008 at 5:31 PM, Amit Gupta <cool...@gmail.com> wrote:
AVG का मुफ़्त संस्करण भी आता है जो कि expire नहीं होता, आप उसे लगा सकते हैं।
 
मैंने AVG का यही संस्‍करण डाल रखा है. पिछले दिनों एक गलम मेल पर क्लिक कर देने के बाद मुझे लगा कि कोई वायरस आ गया है. मैने PC tools spyware  doctor  से सिस्‍टम स्‍कैन किया तो करीब दो सौ इंफैक्‍शन बता रहा है. लेकिन फोकट वाला संस्‍क्‍रण होने के कारण इंफैक्‍शन को खत्‍म नहीं कर रहा.
 
दूसरी ओर AVG रोज अपडेट होता है और फुल स्‍कैन भी करता है. फिर ये इंफैक्‍शन कहां से आ गया  और AVG इसे हटाता क्‍यों नहीं... क्‍या AVG स्‍पाइवेयर्स से सुरक्षा करता है.

Amit Gupta

unread,
Mar 12, 2008, 8:26:56 AM3/12/08
to Chit...@googlegroups.com
On 3/12/08, sanjay kareer <s.ka...@gmail.com> wrote:
मैंने AVG का यही संस्‍करण डाल रखा है. पिछले दिनों एक गलम मेल पर क्लिक कर देने के बाद मुझे लगा कि कोई वायरस आ गया है. मैने PC tools spyware  doctor  से सिस्‍टम स्‍कैन किया तो करीब दो सौ इंफैक्‍शन बता रहा है. लेकिन फोकट वाला संस्‍क्‍रण होने के कारण इंफैक्‍शन को खत्‍म नहीं कर रहा.
 
दूसरी ओर AVG रोज अपडेट होता है और फुल स्‍कैन भी करता है. फिर ये इंफैक्‍शन कहां से आ गया  और AVG इसे हटाता क्‍यों नहीं... क्‍या AVG स्‍पाइवेयर्स से सुरक्षा करता है.

संजय जी, यदि आपने मेरी पिछली ईमेल पढ़ी होती तो उसमें मैंने कहा है कि कोई एक एन्टी-वायरस सॉफ़्टवेयर सभी वायरस आदि नहीं साफ़ कर सकता, कोई भी संपूर्ण नहीं है।

यदि आपको संशय है कि आपके कंप्यूटर में वायरस है जिसको AVG नहीं पकड़ पा रहा है तो निम्न लिंक पर जाईये:
http://housecall.trendmicro.com/
यह मुफ़्त में आपके सिस्टम को ऑनलाईन स्कैन करेगा और यदि इसको कुछ मिला तो उसको साफ़ कर देगा।

स्पाईवेयर आदि को साफ़ करने के लिए मैं Ad Aware का फोकटी वर्ज़न प्रयोग करता हूँ जो कि मेरे लिए तो सही काम करता है। मैंने इसको extreme तक टैस्ट नहीं किया है जिसका एक कारण यह भी हो सकता है कि मेरे कंप्यूटर पर कोई वायरस या स्पाईवेयर आदि नहीं आता क्योंकि मैं न कोई उल्टी सीधी साइट खोलता हूँ न ही कोई संदिग्ध ईमेल अटैचमेन्ट डाउनलोड करता हूँ और न ही ऐरी-गैरी सीडी आदि कंप्यूटर में डालता हूँ। :)

कॉलेज के दिनों में हमारी लैब और साइबर कैफ़े के सभी कंप्यूटर वायरस आदि से ग्रसित थे क्योंकि लगभग सभी विद्यार्थी या तो उल्टी सीधी साइट खोल फालतू चीज़े डाउनलोड कर चलाते थे या एक कंप्यूटर से फ्लॉपी निकाल दूसरे में आदि लगाते थे जिससे संक्रमण फैल जाता था। :)

Harish Shewkani

unread,
Mar 12, 2008, 8:30:53 AM3/12/08
to Chit...@googlegroups.com
आपने पीसी टूल्स डॉक्टर को कहाँ से प्राप्त किया, मुझे लगता है ये टूल्स ही वायरस है.
इसके लिए अगर एंटी वायरस काम न आए तो आपको सिस्टम रिस्टोर काम आ सकता है, यह पुरी तरह से आपके कंप्यूटर मे आए हुवे वायरस को निकल देगा.
 
हरीश शेवकानी
 
 
----- Original Message -----
Sent: Wednesday, March 12, 2008 5:39 PM
Subject: [Chitthakar] Re: एंटीवायरस सम्बन्धी तकनीकी जानकारी चाहिये



sanjay kareer

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Mar 12, 2008, 8:43:37 AM3/12/08
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On Wed, Mar 12, 2008 at 6:00 PM, Harish Shewkani <hrs...@gmail.com> wrote:
आपने पीसी टूल्स डॉक्टर को कहाँ से प्राप्त किया, मुझे लगता है ये टूल्स ही वायरस है.
 
 
गूगल पैक से मिला

Amit Gupta

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Mar 12, 2008, 8:44:36 AM3/12/08
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On 3/12/08, Harish Shewkani <hrs...@gmail.com> wrote:
आपने पीसी टूल्स डॉक्टर को कहाँ से प्राप्त किया, मुझे लगता है ये टूल्स ही वायरस है.

यदि संजय जी PC Tools Spyware Doctor की बात कर रहे हैं तो वह एक जाना माना सॉफ़्टवेयर है न कि कोई वायरस। :)

sanjay kareer

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Mar 12, 2008, 4:44:16 PM3/12/08
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On Wed, Mar 12, 2008 at 6:14 PM, Amit Gupta <cool...@gmail.com> wrote:

On 3/12/08, Harish Shewkani <hrs...@gmail.com> wrote:
आपने पीसी टूल्स डॉक्टर को कहाँ से प्राप्त किया, मुझे लगता है ये टूल्स ही वायरस है.

यदि संजय जी PC Tools Spyware Doctor की बात कर रहे हैं तो वह एक जाना माना सॉफ़्टवेयर है न कि कोई वायरस। :)
 
 
अमित जी, इसी की बात कर रहा हूं. मुझे मालुम है कि यह एक अच्‍छा सॉफ्टवेयर है. हरीश जी को लगा कि यह वायरस है; मुझे नहीं.
 
मेरे पास पहले इसका जो वर्शन था वह इंफैक्‍शन हटा देता था. हाल ही में जो डाउनलोउ किया वह इंफैक्‍शन डिटैक्‍ट तो करता है लेकिन हटाता नहीं क्‍योंक‍ि मैने इसे रजिस्‍टर नहीं किया है. पैसे का मामला है साहब :)
 
मुझे चिंता इस बात से है कि AVG स्‍कैन करने के बावजूद कुछ नहीं बता रहा और न ही सिस्‍टम में कोई समस्‍या है. लेकिन स्‍पाइवेयर डॉक्‍टर 200 इंफैक्‍शन बता रहा है.  

Amit Gupta

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Mar 13, 2008, 5:27:21 AM3/13/08
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On 3/13/08, sanjay kareer <s.ka...@gmail.com> wrote:
अमित जी, इसी की बात कर रहा हूं. मुझे मालुम है कि यह एक अच्‍छा सॉफ्टवेयर है. हरीश जी को लगा कि यह वायरस है; मुझे नहीं.

क्षमा कीजिएगा संजय जी, नाम की गड़बड़ हो गई, लिखना "हरीश जी" चाह रहा था लेकिन लिखा "संजय जी" गया। :)

मुझे चिंता इस बात से है कि AVG स्‍कैन करने के बावजूद कुछ नहीं बता रहा और न ही सिस्‍टम में कोई समस्‍या है. लेकिन स्‍पाइवेयर डॉक्‍टर 200 इंफैक्‍शन बता रहा है.

आपकी चिंता का उपाय बताया ही था संजय जी। यदि पीसी टूल्स डॉक्टर आपके कंप्यूटर में स्पाईवेयर की सूचना दे रहा है तो आप Ad Aware का फोकटी वर्ज़न यहाँ से डाउनलोड करें और उससे अपना पीसी स्कैन कर लें।
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